सरकार बाढ़ पीड़ितों के प्रति काफी संवेदनशील है: प्रभारी मंत्री

सरकार बाढ़ पीड़ितों के प्रति काफी संवेदनशील है: प्रभारी मंत्री

Chhapra:  सुमित कुमार सिंह माननीय मंत्री विज्ञान और प्रौद्योगिकी बिहार-सह-प्रभारी मंत्री सारण जिला की अध्यक्षता में बाढ़, अतिवृष्टि एवं अन्य आपदाओं से संबंधित समीक्षात्मक बैठक समाहरणालय सभागार में आहूत की गयी। सर्वप्रथम माननीय प्रभारी मंत्री का प्रभारी जिला पदाधिकारी-सह-उप विकास आयुक्त अमित कुमार के द्वारा स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया गया। तत्पश्चात माननीय मंत्री के द्वारा प्राकृतिक एवं अप्राकृतिक आपदा से मृत हुए कुल 48 व्यक्तियों के आश्रितों को अनुग्रह अनुदान के रुप में प्रत्येक को 4 लाख रुपये राषि का स्वीकृत्यादेश वितरित किया गया।

बैठक में अपर समाहर्त्ता डॉ गगन के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि 13 सितम्बर 2021 तक कुल 1279.58 एमएम वर्षा होने की सूचना है जबकि सामान्य वर्षापात 1001.36 एमएम तक अनुमानित था। सरकार के आकलन से 21.79 एमएम वर्षापात ज्यादा रिकार्ड की गयी है। वर्ष 2021 में अबतक कुल 11 अंचलों के बाढ़ से प्रभावित होने की जानकारी दी गयी है। इसमें रिविलगंज, सदर छपरा, गरखा, अमनौर, परसा, मकेर, पानापुर, तरैया, दरियापुर, दिघवारा एवं सोनपुर शामिल है। बाढ़ 2021 में अबतक कुल 68 पंचायतों के भी प्रभावित होने की जानकारी दी गयी। कुल 162 गाँव एवं दो लाख पचीस हजार आठ सौ चौबीस लोगों के बाढ़ से प्रभावित होने एवं एक लाख इक्हतर हजार नवासी लोगों के बाढ़ से निष्क्रमित होने की जानकारी दी गयी। बाढ़ में आवागमन के सुचारु ढ़़ग से चलाने के लिए कुल 297 नाव एवं एस.डी.आर.एफ. के तीन दलों के साथ 08 मोटरबोट चलाये जाने की जानकारी दी गयी। बाढ़ से प्रभावित लोगों को दो वक्त का गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराने हेतु 41 सामुदायिक रसोई के संचालन किये जाने की जानकारी दी गयी। जिसमें अबतक कुल दो लाख चौवन हजार आठ सौै तीस बाढ़ पीड़ितों को भोजन कराया गया है। प्रभावित परिवारों के बीच बाइस हजार एक सौ दो पॉनिथिन सीट्स का वितरण किया गया एवं प्रभावित परिवारों के बीच 7605 ड्राई राशन पैकेट का वितरण किया गया।
बाढ़ से प्रभावित अंचलों में कुल 189 शरणस्थली चिन्हित किये गये है। जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर बाढ़ से संबंधित 54 प्रकार की मानव दवा के विरुद्ध 47 प्रकार के मानव दवा के उपलब्धता की जानकारी दी गयी। शेष दवा की उपलब्धता के संबंध में मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, सारण को आदेषित किया गया। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा चलन्त मेडिकल टीम का गठन किये जाने की बात बताई गयी। बाढ़ शरणस्थली पर पेयजल हेतु कुल 44 अस्थाई चापाकल लगाये गये है तथा 524 अस्थाई शौचालय बनाये गये। कुल 145 चापाकलों की मरम्मति की गयी तथा 890 चापाकलों को संक्रमणरहित बनाया गया। बाढ़ एवं अतिवृष्टि के कारण कुल 85321.6 हेक्टेयर क्षेत्र मे लगी फसल की क्षति होने की जानकारी दी गयी।
बैठक में उपस्थित विधायकगण, पार्षद एवं महापौर के द्वारा विभिन्न समस्याओं के बारे में बताया गया। सभी समस्याओं को गंभीरता से सुनने के बाद माननीय प्रभारी मंत्री के द्वारा संबंधित पदाधिकारी को आवष्यक दिशा-निर्देश दिया गया। माननीय प्रभारी मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार आमजनों के कल्याण एवं राहत के लिए सतत प्रयत्नशील है। वे स्वयं बाढ़ से जिले में हुई क्षति के आकलन करने पहुॅचे है। क्षति की वास्तविक स्थिति की जानकारी वे माननीय मुख्यमंत्री महोदय को देेगें। इस बीच राहत कार्य में लगे विभिन्न विभाग के पदाधिकरियों को पूरी पारदर्शिता से तत्परतापूर्वक अपने कर्तब्यों का निवर्हन करने का कहा। उन्होंने स्पष्ट रुप से कहा कि ढिलाई व लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारियों के विरुद्ध सख्त अनुशासनिक कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी गयी। अंत में अपर समाहर्त्ता महोदय द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
बैठक में माननीय सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के साथ जिले के माननीय विधायक, पार्षद, महापौर के साथ जिलास्तरीय पदाधिकारीगण, सभी अंचलाधिकारी एवं संबंधित कर्मीगण उपस्थित थे।

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