Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने सिविल सर्जन को बाढ़ का पानी जिन इलाकों से निकल गया है, वहां संक्रमण रोकने के लिए ब्लीचिंग पाउडर तथा चूने का छिड़काव के निर्देश दिए है. ताकि संक्रमण से बछा जा सके. जिलाधिकारी ने प्रतिदिन छिड़काव करा कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है.
इसे भी पढ़ें: समारोहपूर्वक मनाई गई महात्मा गांधी की 150वीं जयंती
छिड़काव का कार्य हुआ शुरू
इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बाढ़ प्रभावित रिविलगंज प्रखंड के सिताब दियारा, प्रभुनाथ नगर पंचायतों के विभिन्न गांव का बुधवार को दौरा किया तथा बाढ़ का पानी जिन इलाकों से निकल गया है, वहां संक्रमण रोकने के लिए ब्लीचिंग पाउडर तथा चूने का छिड़काव का कार्य शुरू कराया गया.
जिला मूल्यांकन सह अनुश्रवण पदाधिकारी भानु शर्मा ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में संक्रमण रोकने का कार्य शुरू कर दिया गया है. सिताब दियारा के इलाके में भी संक्रमण रोकने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है.
इसे भी पढ़ें: स्कूलों में राष्ट्रपिता को किया गया याद और लाल बहादुर शास्त्री को भूल गए
उन्होंने कहा कि जिन गांवों से बाढ़ का पानी हट गया है, वहां पर ब्लीचिंग पाउडर तथा चुना का छिड़काव कराया जा रहा है. बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों के बीच वाले ओआरएस पाउडर, हैलोजन की गोली, खुजली से बचाव के लिए लोशन का वितरण किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जल जनित बीमारियों से बचाव के लिए बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इस इलाके में स्थिति सामान्य है.
इस दौरान जिला स्वास्थ समिति के डीपीसी रमेश चंद्र कुमार तथा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के समन्वयक डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह जिला मूल्यांकन सह अनुश्रवण पदाधिकारी भानु शर्मा, स्वास्थ्य प्रबंधक अमित कुमार समेत अन्य चिकित्सा कर्मी मौजूद थे.