पानापुर: श्रम कानून संशोधन अधिनियम के खिलाफ भाकपा माले ने प्रखण्ड कार्यालय के सामने एकदिवसीय धरना दिया.
धरना को संबोधित करते हुए माले नेता सभापति राय ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार देशी विदेशी पूंजीपतियों एवं कारपोरेट घरानों की संरक्षक बनी हुई है. वही नीतीश सरकार भाजपा विरोध की नौंटंकी करते हुए इसी रास्ते पर चल रही है.
इस अवसर पर माले कार्यकर्ताओं ने अपनी 13 सूत्री मांगो से सम्बंधित एक ज्ञापन बीडीओ को सौपा. उनकी प्रमुख मांगो में मनरेगा मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी पांच सौ रूपये, 58 साल के ऊपर सभी महिला पुरुषों के लिए पांच हजार मासिक पेंशन की व्यवस्था, ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत आशा, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, रसोइया, रोजगार सेवक, डाटा आपरेटर, किसान सलाहकार, विकास मित्र आदि को स्थायी करने, बटाईदार किसानों को पहचान पत्र देने की मांग शामिल है.
धरना को संबोधित करने वालों में विजय सिंह, कपूरचंद साह, चंदेश्वर सहनी, रजनीकांत रमण, सुशील पाण्डेय, शत्रुघ्न शर्मा, वीरेंद्र कुमार, अनुज प्रसाद आदि शामिल थे.