Chhapra: चार दिवसीय छठ महापर्व के तीसरे दिन व्रतियों ने अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया गया. व्रतियों ने तालाबों, नदी घाटों पर अर्घ्य दिया. वही कुछ लोगों ने घरों के छतों पर कृत्रिम जलाशय बना कर अर्घ्य दिया.
अर्घ्य के बाद व्रतियों ने घर के आंगन में कोशी भरा. परंपरा के अनुसार घाट से आने के बाद घरों में कोशी भारी जाती है. मनोकामनाओं के पूर्ण होने पर घरों में कोशी भरी जाती है.
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