नगरा: पीएम मोदी के पांच सौ और एक हजार के नोट बंदी के ऐलान को आज एक माह से ज्यादा का समय बीत चुका है. ऐसे में सरकार भी अब बैंकों और एटीएम पर स्थिति सामान्य होने के दावे कर रही है. लेकिन सरकार के दावों की जमीनी हकीकत कुछ और ही है. क्या छात्र तो क्या व्यापारी सभी रुपयों की तंगी के चलते परेशान हो रहे हैं.
नगरा ग्रामीण क्षेत्र में आज बैंक तो बंद है ही साथ ही अधिकतर एटीएम मशीनों पर भी ताले जड़े हुए हैं. जो इक्का दुक्का एटीएम खुले हैं उनमें भी कैश नहीं है. जिसकी वजह से आज हर वर्ग परेशान है. लोगों की मानें तो वर्किंग दिनों में बैंकों में कैश नहीं होता और शनिवार और रविवार के दिन न तो एटीएम चलते हैं, न बैंक खुले होते हैं. एक-एक कर कई एटीएम से निराश होकर लौट आये स्थानीय नागरिक सिकन्दर कुमार का कहना है कि उनके घर बनवाने का काम चल रहा है और मजदूर को मजदूरी के रूपये देने तक के लिए भी नये या फिर खुले रुपयों का इंतजाम नहीं हो पा रहा. वहीं आस पास के क्षेत्रो के लोग काफी परेशान है
.तीन दिन बंद रहेंगे बैंक
शनिवार से सोमवार तक अवकाश होने के कारण बैंक अब बैंकों में खाताधारकों को मंगलवार को ही कैश मिल पाएगा. जिन बैंकों में शुक्रवार को कैश नहीं मिला वहां लोगों की सांय तक भीड़ तो लगी रही मगर वे उदास नजर आ रहे थे क्योंकि शुक्रवार को कैश न मिलने का मतलब अगले तीन दिन बाद तक कैश की इंतजार करना है.