Site icon | छपरा टुडे डॉट कॉम | #ChhapraToday.com

हार्मोनल बदलाव को लेकर युवतियों को किया गया जागरूक

Ekma: सोशल सर्विस एक्सप्रेस की महिला इकाई ‘एंजल द हेल्पिंग हैण्ड्स’ द्वारा महिला सशक्तिकरण के उदेश्यों के साथ “स्वस्थ बिटिया – सशक्त बिटिया ” अभियान के तहत किशोरावस्था मे होने वाले हार्मोनल असंतुलन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया.

जिले के रसूलपुर गाँव में हुए इस कार्यक्रम में लड़कियों को किशोरावस्था में होने वाले हार्मोनल बदलाव के बारे में जानकारी दी गयी. जिसमें डॉ किरण ओझा द्वारा बच्चियों को हार्मोनल असंतुलन व कई विषयों पर विस्तॄत जानकारी दी गई. उन्होंने बताया कि लड़कियों में हार्मोनल असंतुलन एक आम समस्या है.
इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ डी के ओझा, डॉ आलोक ओझा, डॉ सुष्मिता ओझाऔर डॉ किरण ओझा द्वारा संयुक्त रूप दीप प्रज्वलित कर किया गया. इस दौरान डॉ ओझा ने कहा कि स्कूल के स्थापना का उदेश्य ही महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए किया गया था. किशोरियों के लिए ऐसे कार्यक्रम क्रमबद्ध रूप से होते रहने चाहिए, ऐसे कार्यक्रम से किशोरियों में आत्मविश्वास की वृद्धि होती है.

कार्यक्रम के उद्देश्यों को बताते हुए संस्था के भवर किशोर ने बताया कि संस्था का प्रयास है कि यह अभियान गाँव-गाँव तक जाए. संस्था का प्रयास महिलाओं को जागरूक कर सशक्त करना है. वहीं इस मौके पर एकमा के दंपति शारदा देवी व राजकुमार सिंह को उनके महिला सशक्तिकरण के लिए समाज को एक नई दिशा देने के लिए सम्मानित किया गया. बताते चले कि दंपति को सात बेटियाँ है जहाँ आज बेटी को द्वितीय पंक्ति में स्थान देने वाली पुरुष मानसिकता है. वही इन्होंने सभी बेटियों को शिक्षा दे उनके अपने पैरों पर खड़े होने को प्रेरित किया. परिणाम स्वरूप सात में से छः बेटियाँ देश और राज्य के संस्थाओं में परचम लहरा रहीं है.

कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर सीआरपीएफ में तैनात सोनी सिह, उत्पाद विभाग में तैनात पिंकी सिंह और नेपाल बॉर्डर पर एस एस बी में तैनात रेणु सिंह मौजूद थी.

इस मौके सोशल सर्विस एक्सप्रेस के मुकेश कुमार, विनीत कुमार, ओम प्रकाश, गोवर्धन विद्यापीठ के प्राचार्य राजेश पांडेय, रिंकू, भरत आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही. धन्यवाद ज्ञापन देते हुए डॉ सुस्मिता ओझा ने कहा कि संस्था का प्रयास अच्छा है.

Exit mobile version