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भरने से पहले ही उजड़ गयी गोद

नगरा: एम्बुलेंस के हड़ताल का खामियाजा शनिवार को एक महिला को भुगतना पड़ गया. बार-बार कॉल करने के बाद भी जब एम्बुलेंस नहीं आने के कारण अस्पताल पहुँचने में हुई देरी से प्रसव पीड़ा के बाद महिला ने बच्चे को जन्म तो दिया लेकिन बच्चा गर्भ में ही मर चूका था. दर्द और चीखें कानों को चीर रही थीं. एक मां कभी अपने भाग्य तो कभी भगवान को कोस रही थी. उसकी गोद भरने से पहले ही उजड़ गई थी.

इतना सब होने के बाद एम्बुलेंस उनके पास नही पहुंची और महिला के परिजन को आनन फानन में वाहनों का बंदोबस्त किया और भागते भागते अस्पताल पहुंचे.

बताते चले की घटना नगरा ओपी थाना क्षेत्र के रसूलपुर गांव में रहने वाली 25 वर्षीय सोनाली देवी को शाम 5:30 बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुई. उसके पति दिलीप महतो ने 102 एम्बुलेंस को लगातार फोन किया. कॉल सेंटर से बताया गया कि सभी एम्बुलेंस हड़ताल पर है. जब प्रसव पीड़ा तेज होने लगी तो परिजन ने किसी भी तरह ऑटो से अस्पताल पहुंचने का निर्णय लिया. शनिवार की रात समय से इलाज नहीं मिलने से गर्भवती महिला के नवजात ने दम तोड़ दिया. परिजनों का आरोप है कि समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंचने के कारण मासूम की जान गई है. उनका कहना है कि प्रसूता और नवजात को समय पर इलाज नहीं मिलने से यह घटना हुई है.

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