Chhapra: सारण लोकसभा सीट हमेशा से चर्चा में रही है. एक ओर जहां लालू यादव की राजनीतिक शुरुआत इस क्षेत्र से हुई थी. वहीं दूसरी ओर केंद्र में दो बार मंत्री रहे राजीव प्रताप रूडी भी इसी सीट से जीत कर संसद तक पहुंचते हैं.
चुनाव के दौरान चर्चा में रहने वाला सारण लोकसभा क्षेत्र इस बार लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के कारण इन दिनों सुर्खियों में है. राजद ने शुक्रवार को सारण लोकसभा सीट से लालू यादव के समधी व पूर्व मंत्री चंद्रिका राय को अपना प्रत्याशी बनाने का ऐलान किया. जिसके साथ ही सियासी गलियारे में इस बात की जिक्र शुरू हो गई है कि तेज प्रताप यादव को उनके ससुर चंद्रिका राय को राजद का टिकट मिलना पसंद नहीं आया है.
राजनीतिक हलकों में इस बात को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं. कहा जा रहा है कि तेज प्रताप पार्टी के इस निर्णय को लेकर अपने परिवार के अन्य सदस्यों से नाराज हैं.
सूत्रों की मानें तो तेज प्रताप यादव इस सीट पर अपने ससुर के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतर सकते हैं. हालांकि यह सिर्फ कयास मात्र हैं. प्रत्याशियों के नामांकन और तेजप्रताप यादव के आधिकारिक बयान के बाद ही सब कुछ साफ हो सकेगा.
बहरहाल सारण की जनता राष्ट्रीय जनता दल में फूट को लेकर चर्चाएं कर रही है. लालू यादव के जेल में रहते हुए अगर इस सीट पर तेज प्रताप यादव निर्दलीय लड़ते हैं तो यह राजद के लिए घातक साबित होगा और एनडीए प्रत्याशी की राह आसान हो जाएगी.