Chhapra: देश के नेता खोवा खाने के लिए जनता को परेशानी में डाल रहे है. प्रदेश के साथ देश जब कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा है ऐसे में चुनाव कराना उचित नहीं है. उक्त बातें सारण जिला आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष उमेश्वर सिंह उर्फ़ मुनि जी ने कही.
उन्होंने कहा कि प्रदेश की करोड़ो जनता कोरोना वायरस की सक्रमण और बाढ़ की दोहरी मार झेल रही है. ऐसे समय में चुनाव कराना उचित नहीं है. नेता अपने फायदे के लिए ऐसा करना चाह रहे है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में यदि राष्ट्रपति शासन ही लग जाए तो कोई विपत्ति नहीं आएगी. कम से कम जनता इस बीमारी के संक्रमण से बची रहेगी.
आपको बता दें कि बिहार में अक्टूबर में चुनाव होना संभावित है. इसके लिए चुनाव आयोग भी अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है. वही राजनीतिक पार्टियां भी अपनी अपनी तैयारी कर रही है. जबकि जनता चुनाव के पक्ष में नहीं दिख रही है. लोगों का मानना है कि कोरोना संक्रमण के दौरान चुनाव कराने से संक्रमण का खतरा और भी बढेगा. हालांकि कोरोना काल में चुनाव कराने को लेकर निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को ही दिशा निर्देश जारी किये है. देखने वाली बात होगी की सूबे में चुनाव समय पर होते है या राष्ट्रपति शासन लगती है.