ब्रसेल्स: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में करीब भारतीय समुदाय के 20 हजार लोगों को संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब हम विदेश में जाते हैं तो राजदूतों को तो मिलते हैं, लेकिन लोकदूतों को मिलना एक सौभाग्य होता है. उन्होंने कहा कि आप भारत के लोकदूत हैं. भारत की सांस्कृतिक परंपरा, भारत को दुनिया के सामने अपने व्यवहार, वाणी, विचारों से परिचित करवाते हैं, प्रभावित करते हैं. उन्होंने ऐसे सभी हजारों लोकदूतों को नमस्कार भी किया. आतंकवाद पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गत सप्ताह यहां भयंकर आतंकी घटना घटी. दुनिया के 90 देश किसी न किसी आतंकी घटना के शिकार.हुए. आतंकवाद किसी देश या भूभाग को चुनौती नहीं है. यह मानवता को चुनौती दे रहा है. मानवता में विश्वास करने वाली दुनिया की सारी शक्तियों का एक साथ आकर आतंकवाद से मुकाबला करना होगा. समय की मांग है कि दुनिया आतंकवाद की भयानकता को समझे. भारत 40 साल से आतंकवाद के कारण परेशान है. युद्ध में भारत ने जितने जवानों को नहीं गवाया, उससे ज्यादा जवान आतंकियों की गोलियों से शहीद हुए. आतंकवाद निर्दोषों के जीवन का दुश्मन बन चुका है.
उन्होंने कहा कि हमने ‘जनधन योजना’ में गरीबों की अमीरी देखी है. जीरो बैलेंस पर बैंक अकाउंट खोलने की सुविधा दी, लेकिन देश के गरीबों ने बैंकों में करोड़ो रुपये जमा कराए. बैंकों के पैसे लेकर भागने वाले लोग अलग हैं और जमा कराने वाले अलग हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने वोटबैंक की राजनीति करने वालो को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि हम वोट बैंक की राजनीति नहीं करते. जो वोट नहीं देते, उनका भी भला करते हैं. उन्होंने कहा कि जब धरती पैरों के नीचे से हिलने लगी तब दुनिया को पता चला कि आतंकवाद क्या होता है. आगे पीएम मोदी ने कहा कि सिर्फ बम, बंदूक से आतंकवाद को नहीं रोक सकते. हमें समाज में एक माहौल तैयार करना होगा. युद्ध क्या होता है, किसने क्या करना चाहिए, इससे क्या संकट होते हैं और रोकने के क्या तरीके होते हैं, लेकिन आतंकवाद को रोकने की पूछो तो संयुक्त राष्ट्र को इसे रोकने और इससे उबरने के बारे में नहीं पता.
अर्थव्यवस्था पर बोलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पूरा विश्व आर्थिक संकट से भी गुजर रहा है. अच्छे से अच्छे देशों की अर्थव्यवस्था हिल चुकी है. ऐसे में दुनिया एक स्वर से कह रही है कि दुनिया की कोई आशा की किरण है तो वह ‘हिंदुस्तान’ है. यह मोदी के कारण नहीं, सवा सौ करोड़ हिंदुस्तानियों की वजह से हुआ है. दुनिया भर में फैले हिंदुस्तानियों के कारण हुआ है. उन्होंने कहा कि भारत तेज गति से आर्थिक विकास कर रहा है. अगर दिशा सही हो, नीतियां स्पष्ट हों और इससे भी बढ़कर नियत साफ हो तो भारत जैसे देश को कोई रोक नहीं सकता. भारत आगे बढ़ सकता है.