लंदन: यूरोपीय संघ (EU) से ब्रिटेन के बाहर होने के ऐतिहासिक जनमत संग्रह में हार के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने शुक्रवार को अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी.
28 देशों के संगठन यूरोपीय संघ से बाहर निकलने (ब्रेक्जिट) के पक्ष में ब्रिटेन ने मतदान किया है. कैमरन ब्रिटेन के ईयू में बने रहने के पक्ष में थे. इस फैसले से जहां एक तरफ वैश्विक बाजारों में उठापटक की स्थिति रही वहीं ईयू से अलग होने के बाद ब्रिटेन में आव्रजन और अन्य मुद्दों पर भी सवाल उठने लगे हैं.
जनमत संग्रह में ईयू से अलग होने के पक्ष में 51.9 प्रतिशत मत पड़े. हालांकि, कैमरन ने ईयू में बने रहने के पक्ष में काफी सक्रियता के साथ प्रचार किया था. इससे कंजर्वेटिव पार्टी के प्रधानमंत्री के सत्ता में बने रहने को लेकर भी सवाल उठने लगे.