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निमोनिया का वैक्सीन कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए कारगर नहीं, सोशल मीडिया पर फैल रहे अफवाहों से रहे सावधान

Chhapra: कोरोना वायरस तेज़ी से पैर पसार रहा है. ऐसे में सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें फैलाई गई हैं और लोग उन अफवाहों को सत्य मानकर तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर आने वाले पोस्ट को गंभीरता से न लें. पहले इनकी सत्यता की जांच करें। एक ऐसा हीं अफवाह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है कि निमोनिया का वैक्सीन कोरोना संक्रमितों के इलाज के में कारगर साबित हो सकता है. लेकिन अभी तक इसका कोई प्रमाण नहीं मिला है. निमोनिया का टीका, जैसे न्यूमोकॉकल वैक्सीन और हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी (एचआईबी) वैक्सीन इस कोरोनावायरस से बचाव नहीं कर सकती है. यह वायरस इतना नया और अलग तरह का है कि इसके लिए नए टीके की जरूरत है.

डब्ल्यूएचओ ने फैक्ट चेक में किया खुलासा
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने फैक्ट चेक में इस बात की पुष्टि की है कि निमोनिया के खिलाफ टीके, जैसे न्यूमोकोकल वैक्सीन और हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी (एचआईबी) वैक्सीन, नए कोरोनावायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं. यह वायरस इतना नया और अलग है कि इसे अपना टीका लगाना होगा. शोधकर्ता कोविड-19 के खिलाफ एक टीका विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं, और डब्ल्यूएचओ उनके प्रयासों का समर्थन कर रहा है.

इसकी वैक्सीन या इलाज
कोरोना वायरस को लेकर अभी तक कोई वैक्सीन या दवा नहीं आई है क्योंकि यह एक नया वायरस है. सोशल मीडिया की वजह से इस बीमारी को लेकर डर ज़्यादा है. सोशल मीडिया फैल रहे अफवाहों पर ध्यान न दें. कोरोना के विषय में किसी भी प्रकार की जानकारी लेने के लिए विश्वसनीय स्रोतों का ही इस्तेमाल करें, जिसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय एवं आईसीएमआर जैसे अधिकारिक वेबसाईट शामिल हैं.

इन जगहों पर मास्क जरूर लगाएं
• जब आप यात्रा कर रहे हों या किसी सार्वजनिक स्थल पर जा रहे हों.
• जब आप किसी ऑफिस के कमरे में अन्य व्यक्ति के साथ बैठे हों.
• यदि सर्दी, जुकाम हो तो बाहर निकलने से पहले मास्क जरूर लगायें

इन बातों का रखें खास ध्यान
• छींकते या खांसने समय रूमाल या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें.
• बहुत अधिक इस्तेमाल होने वाले सतहों जैसे दरवाजे का हैंडल या ऐसी अन्य जगहों की नियमित सफाई जरूरी है.
• खुले में या सार्वजनिक जगहों पर जहां तहां नहीं थूंके. ऐसा करना दंडनीय अपराध भी है.
• बिना किसी उद्देश्य या औचित्य के यात्रा करने से बचें. बहुत जरूरी हो तभी यात्रा करें.
• कोविड 19 संक्रमित या उसके परिवार वालों के साथ भेदभाव न कर सहाभूति से पेश आयें.
• अपने स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग करने के लिए आरोग्य सेतु एप्प का इस्तेमाल कर सकते हैं.
• कोविड 19 को लेकर होने वाली चिंताएं या मानसिक दबाव के लिए 08046110007 फ्री हेल्पलाइन नंबर पर बात कर मनोचिकित्सक से आवश्यक लें.

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