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छपरा में स्तनपान सप्ताह के तहत बेबी शो कार्यक्रम का हुआ आयोजन, स्वस्थ्य शिशुओं की माताओं को किया गया पुरस्कृत

Chhapra: स्तनपान को प्रोत्साहित करने के उद्देशय से जिले में 1 अगस्त से विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जा रहा है। छपरा शहर के शहरीप्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बेबी शो कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभसिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वरझा ने किया। इस अवसर सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कियागया एवं स्वस्थ्य बच्चों की माताओं को पुरस्कृत किया गया। साथ ही बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य में स्तनपान की भूमिका पर जानकारी भी दी गयी।

इस अवसर पर जिला स्वास्थ्यसमिति के डीपीसी रमेश चंद्र प्रसाद, यूनिसेफ के जिला समन्वयक आरती त्रिपाठी, प्राथमिकस्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, केयर इंडिया पदाधिकारी समेत अन्यचिकित्साकर्मी मौजूद थे।


प्रतीक को प्रथम ऋषव को सेकंड तथा आर्यन कुमार को मिला तीसरा पुरस्कार

स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत 4 स्वस्थ्य बच्चों की माताओं को सिविलसर्जन डॉ. माधवेश्वरझा ने प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार दिया। प्रथम पुरस्कारप्रतीक कुमार, दूसरा ऋषव एवं तीसरा पुरस्कार आर्यन कुमार के माताओं को अपने बच्चे कोनियमित स्तनपान एवं उसे कुपोषण से दूर रखने के लिए दिया गया।

पुरस्कार में बच्चों केखिलौने एवं बेबीकिट दिया गया। इस पुरस्कार की घोषणा 20 से अधिक बच्चों के स्वास्थ्यनिरीक्षण एवं उनके वज़न करने के बाद किया गया।

सदर अस्पतालमें भी हुआ बेबी शो का आयोजन

स्तनपान सप्ताह के तहत छपरा सदर अस्पताल में बेबी शो कार्यक्रम काआयोजन किया गया। जहां पर महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. नीला के ने सभी बच्चों का स्वास्थ्यपरीक्षण किया। इस दौरान स्वास्थ्य शिशुओं के माताओं को पुरस्कार दिया गया। इस अवसरपर सदर अस्पताल के प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद, लेखापाल बंटी कुमार, आयुष्मान मित्र राजीवकुमार, एएनएम एवं आशा कार्यकर्ता मौजूद थी।

स्तनपान बच्चों को कुपोषण से बचाता है

यूनिसेफ के जिला समन्वयक आरती त्रिपाठी ने बतायास्तनपान को बच्चे के लिएजीवन रक्षक एवं कुपोषण से बच्चे को बचाने वाला बताया। उन्होंने बताया बच्चे के जन्मके एक घंटे के अंदर दिया जाना वाला दूध से लेकर 6 माह तक सिर्फ़स्तनपान एवं 2 साल तकनियमित स्तनपान बच्चे को बहुत सारे रोगों से बचाता है।

बच्चे कि प्रतिरोधक क्षमता कोविकसित करने में स्तनपान सर्वोत्तम आहार है। उन्होंने उपस्थित माताओं को जानकारी देतेहुये बताया कि पाउडर का दूध स्तनपान के मुक़ाबले बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारकहो सकता है एवं इसके कारण बच्चों को दस्त एवं शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता में कमी शिकायतभी हो सकती है।
स्तनपान सप्ताहके तहत जिले में जागरूकता फैलाई गयी

विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान जिले के सभी ब्लॉकों के स्वास्थ्यकेन्द्रों पर स्तनपान के विषय में लोगों को जागरूक भी किया गया। सिविल सर्जन ने बतायाकि स्तनपान सप्ताह में जिले के सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के चिकित्सकोंके सहयोग से ब्लॉक स्तर पर स्तनपान के विषय में कार्यक्रम के द्वारा आम लोगों को जागरूककिया गया।

साथ ही सामुदायिक स्तर पर स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए आशा, एएनएम एवं आँगनवाड़ियोंको ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धकों, स्वास्थ्य सूचना अधिकारियों एवं टीएसयू केनर्समेंटरों द्वारा स्तनपान की उपयोगिता के विषय में प्रशिक्षित भी किया गया।

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