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संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ के लिए सारण जिला प्रशासन तैयार, हुई समीक्षा

Chhapra: मुख्यमंत्री बिहार के द्वारा वीडियो कॉफ्रेसिंग के माध्यम से बिहार के सभी प्रमंडलीय आयुक्त एवं जिलाधिकारी के साथ संभावित बाढ पूर्व तैयारियो की समीक्षा की गयी. प्रमंडलीय आयुक्त नर्मदेश्वर लाल, जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय, अपर समाहर्त्ता विभागीय जाँच-सह-प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन भरत भूषण प्रसाद, समाहरणालय स्थित एनआईसी में अन्य पदाधिकारियों के साथ उपस्थित थे.

संभावित बाढ़ पूर्व तैयारियों के विषय में सारण जिला में कि गयी तैयारियों के विषय में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा बताया गया कि जिला कि सभी तटबंध सुरक्षित हैं. तथा तटबंधों की निगरानी के लिए 80 गृह रक्षकों की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है. यह प्रतिनियुक्ति प्रति किलो मीटर पर एक के अनुसार की गयी है. कुल 34 संवेदनशील स्थल चिन्हित किये गये हैं. जिसके लिए प्रार्याप्त संख्या में बालू भरे ईसी बैग, गौबियन बैग, जी.ओ. बैग, नाइलोन क्रेट की व्यवस्था कर ली गयी है.

जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ के समय आश्रय लेने के लिए कुल 178 शरणस्थली चिन्हित कर उसका भौतिक सत्यापन करा लिया गया है जबकी 70 स्थल मेगा राहत शिविर/समुदायिक रसोई हेतु चिन्हित किया गया है. जिलाधिकारी ने कहा कि 207 नाविकों के साथ एकरारनामा किया गया है जबकी बाढ़ के समय परिचालन हेतु 449 निजी नाव चिन्हित किये गये हैं. 23 प्रशिक्षित गोताखोर, 150 लाईफ जैकेट, 4 इनफ्लेटबल मोटर, वोट बीस हजार पोलिथिन सीट एवं 376 टेन्ट की उपलब्धता के बारे में जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया.

जिलाधिकारी ने बताया क्रय समिति की बैठक कर राहत साम्रग्रियों का दर निविदा प्रकिया के माध्यम से निर्धारित कर दिया गया है. सभी स्वास्थ्य केन्द्र एवं पशुचिकित्सालयों में मानव दवा/पशुदवा उपलब्ध है. जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि बाढ़ के समय राहत वितरण हेतु विभागीय निदेश के आलोक में पीएफएमएस प्रणाली के तहत् जिला के 14 बाढ़ प्रभावित प्रखंडों के 120 पंचायतों के दो लाख दस हजार परिवार के सूची का प्रेषण कर दिया गया है तथा एक लाख पचपन हजार परिवारों का डाटा अपलोड कर दिया गया है.

जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ की स्थ्ति उत्पन्न होने पर जिला प्रशासन के द्वारा इससे निपटने संबंधी तैयारी पूर्ण कर ली गयी है. जिलाधिकारी के द्वारा अल्पवर्षापात से उत्पन्न सुखे की स्थिति एवं पेयजल संकट की स्थिति में की जा रही कार्रवाई की जानकारी भी दी गयी. जिलाधिकारी के द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि जिन नहरों में पानी आगया है उसके आस-पास के क्षेत्रों में कृषकों को बीचड़ा लगाने हेतु प्रेरित किया जाय. इसके लिए किसान सलाहकार एवं प्रखण्ड कृषि समन्वयक को जरूरी निदेश दिया जाय.

वीडियोकॉफ्रेसिंग में कार्यपालक अभियंता पीएचईडी, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, नहर परियोजना, सिविल सर्जन, जिला कृषि पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

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