Chhapra: बिहार विधानसभा चुनाव की तिथि निर्धारित होने के बाद नेताजी पूरी तरह से चुनावी नदी पार करने के मूड में है. निवर्तमान से लेकर भावी तक सभी अपने अपने तरीके से जनता को अपनी ओर रिझाने के प्रयास में है. हालांकि चुनाव को लेकर निवर्तमान विधायक जनता के लिए क्षेत्र में अपने किये गए कार्यो की बदौलत वोट मांग रहे है. वही भावी प्रत्याशी क्षेत्र के पिछड़ेपन, जन समस्याओं को गिनाकर वोट मांग रहे है.
इन सब के बीच चुनावी रण में प्रयोग किये जा रहे रथ ( वाहन) काफी चर्चा में है. चुनाव को देखते हुए इनदिनों लग्ज़री गाड़ियां नेताओ के लिए आम बात है. एक से बढ़कर एक गाड़ियां गांव की सड़कों पर दिखाई दे रही है.
विगत चुनाव में प्रचार के लिए स्कार्पियो और सफारी तक ही मामला सीमित था लेकिन इसबार फॉरच्यूनर और फोर्ड की बड़ी बड़ी गाड़ियां और खुली क्लासिक जीप चुनावी रथ बनी है.
चुनाव में अब वो दिन लगभग समाप्त हो चुके है जब नेताजी पैदल और बाइक पर सवार होकर जनता के बीच वोट मांगने जाते थे. अब चुनाव का ट्रेंड बदल चुका है. बड़ी गाड़ियां, सैकडों की संख्या में समर्थक, युवा और महिलाओं की भीड़ नेताजी की लोकप्रियता का बखान करती है.
बहरहाल कोरोना काल में हो रहे इस चुनाव में फिलहाल निर्वाचन आयोग के नए दिशा निर्देश है. जहाँ नामांकन से लेकर जनता के बीच प्रचार प्रसार तक सभी मे संख्या निर्धारित है. जिसके आधार पर ही चुनाव में नेताजी आने पक्ष में वोट मांगने जा सकेंगे.