• केयर के सहयोग से शुरू हुआ अभियान
• जिले के सभी प्रखंडों में निकाली गयी जागरूकता रथ
• घर-घर जाकर एनिमिया से बचाव की दी जायेगी जानकारी
Chhapra: जिले के सभी प्रखंडों में एनिमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत जागरूकता रथ निकाली गयी। जागरूकता रथ को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यहां बता दें कि यह अभियान केयर इंडिया के सहयोग से शुरू किया गया। 26 सितंबर से लेकर 30 सितंबर तक चलेगा।
पांच दिनों तक चलेगा अभियान
यह अभियान जिल के सभी प्रखंडों में पांच दिनों तक चलेगा। इस दौरान जागरूकता रथ गांव-गांव व घर-घर जाकर महिला-पुरूष व किशोर-किशोरियों को एनिमिया के बचाव के बारे में जानकारी दी जायेगी। जिले के20 प्रखंडों में केयर के द्वारा यह अभियान शुरू की गयी है।
एनिमिया बिमारी नहीं, बल्कि एक अवस्था है: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कि एनीमिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें एक व्यक्ति की सामान्य से कम लाल रक्त कोशिकाएं होती हैं या हीमोग्लोबिन की कम मात्रा होती है। इससे खून के द्वारा शरीर के विभिन्न अंगों तक ऑक्सीजन ले जाने की क्षमता कम हो जाती है और कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती हैं। कई मामलों में मृत्यु तक हो जाती है। जिस देश में 40 फीसद से अधिक आबादी एनीमिया से ग्रसित हो, तो यह एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या तो है ही।
एनिमिया मुक्त भारत का लक्ष्य
हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने एनीमिया को पूरी तरह से खत्म करने का लक्ष्य रखा है। दुनिया भर में एनीमिया का सबसे आम कारण पोषक तत्वों की कमी है। भारत में पोषण संबंधी कमी से संबंधित एनीमिया के लगभग आधे मामलों में कारण, कम आयरन अन्तर्ग्रहण करना है।