नए वर्ष में पहला ग्रहण कल यानि 11 फरवरी शनिवार को लगेगा. चन्द्र ग्रहण का समय कुछ इस तरह रहेगा.
10 फरवरी को उपच्छाया से पहला स्पर्श 20:34:15, परमग्रास चन्द्र ग्रहण 22:43:53,
11 फरवरी को उपच्छाया से अंतिम स्पर्श, 00:53:26, उपच्छाया की अवधि 04 घण्टे 19 मिनट्स 10 सेकंड.
हालांकि इस ग्रहण पर सूतक लागू नहीं होगा. बच्चों, वृद्धों और अस्वस्थ लोगों पर भी इसका कोई प्रभाव नहीं होगा.
नासा के अनुसार भारत, यूरोप, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर, आर्कटिक, अंटार्कटिका के अधिकतर हिस्सों में यह चंद्र ग्रहण देखा जाएगा.
सावधानी के साथ इनका रखे ध्यान
– ग्रहण के दिन किसी को भी उधार न दें.
– ग्रहण लगने से पहले जितना पैसा चाहिए उतना पैसा निकाल कर अलग से रख लें.
– तिजोरी को सफेद कपड़े से ढ़क कर रखें.
– एक चांदी का चौकोर टुकड़ा गंगा जल में डालकर घर की उत्तर पश्चिम दिशा में स्थापित कर दें.
– ग्रहण काल में तिजोरी को स्पर्श न करें.
– नारियल, बादाम और 2 रूपए का सिक्का किसी गरीब को ग्रहण काल में भेंट कर दें.
– लक्ष्मी जी के मंत्रों का जाप करें.
ॐ लक्ष्मीभ्यो नम:
मंत्र का 108 बार जप करने के उपरांत दुकानदारी करें.
लक्ष्मी की वृद्धि अवश्य होती है
ॐ श्री शुकले महाशुकले निवासे, श्री महालक्ष्मी नमो नम:.
इस मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए. इससे मां की असीम कृपा प्राप्त होती है और हर प्रकार के आर्थिक संकट दूर होते हैं.
प्रतिदिन किए गए जाप-पाठ, हवन-यज्ञ एवं मंत्रों का अनुष्ठान करने के उपरांत भी वो फल प्राप्त नहीं होता जो केवल ग्रहण के समय में जपने पर अक्षय पुण्य मिल जाता है. ग्रहण लगने से पहले और दो दिन बाद तक के संक्रमण काल में कोई शुभकार्य, विवाह, निर्माण, नए व्यवसाय का आरंभ, सगाई, लंबी अवधि का निवेश, मकान का सौदा या एडवांस, आंदोलन, धरना-प्रदर्शन आदि नहीं करना चाहिए.