वाराणसी: पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के सेवित क्षेत्रों के संसद सदस्यों एवं प्रतिनिधियों के साथ महाप्रबन्धक राजीव अग्रवाल ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के प्रेमचंद सभाकक्ष में बैठक की. बैठक में मंडल रेल प्रबंधक एस. के. झा सहित पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय के प्रमुख विभागाध्यक्षों एवं मंडल के शाखा अधिकारियों ने भाग लिया.
बलिया से लोक सभा के सांसद भरत सिंह ने बताया कि आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बावजूद बलिया-छपरा परिक्षेत्र में रेल सुविधाओं की कमी है.
उन्होने इस रेल खण्ड के दोहरीकरण सह विद्युतीकरण का कार्य समय सीमा में पुरा करने साथ ही मांझी-गौतम स्थान के मध्य गंगा नदी पर नये पुल के निर्माण को शीघ्र कराने, गौतमस्थान, मांझी, बकुलहां तथा सुरेमनपुर स्टेशनों को सुविधाजनक बनाने, सुरेमनपुर, बलिया एवं चितबड़ागांव स्टेशनों पर पैदल उपरीगामी पुल का निर्माण शीघ्र कराने, गोंदीया एक्सप्रेस एवं छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस को सुरेमनपुर में ठहराव देने, गाजीपुर-कोलकाता शब्दभेदी साप्ताहिक एक्सप्रेस का संचलन सप्ताह में तीन दिन करने, पटना राजधानी एक्सप्रेस को बक्सर में ठहराव देने की मांग रखी.
वही महराजगंज के सांसद जानर्दन सिंह सिग्रीवाल ने महाराजगंज-मशरक नई लाइन का कार्य शीघ्र पूर्ण करने, महाराजगंज स्टेशन भवन का सुधार कर समुचित यात्री सुख सुविधाएं प्रदान करने, एकमा स्टेशन पर यात्री सुविधाओं के बढ़ाने एवं एकमा स्टेशन पर विभिन्न सुपर फास्ट गाड़ियों के ठहराव प्रदान करने की मांग रखी. उन्होंने छपरा-सीवान रेल खण्ड के दाउदपुर रेलवे स्टेशन पर मौर्या एक्सप्रेस एवं इन्टरसिटी एक्सप्रेस की ठहरान की मांग की. सीवान से पाटलीपुत्र के लिए डायरेक्ट ट्रेन चलाने का प्रस्ताव दिया. इसके साथ ही उन्होने इस प्रकार की बैठक को ओपेन लाइन स्टेशनों पर किये जाने तथा रेल अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण कर दैनिक यात्रियों की समस्याओं का निराकरण करने का सुझाव दिया.
संसद सदस्यों एवं प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे यात्री प्रधान होने के कारण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता संरक्षा, सुरक्षा, समय-पालन, यात्री सुविधाओं में बढ़ोत्तरी तथा स्टेशन परिसरों एवं ट्रेनों में साफ-सफाई है.
संरक्षा में सुधार हेतु रेल प्रशासन द्वारा गाड़ियों को रोककर भी रेल पथ के रख-रखाव के लिए भरपूर ब्लाक उपलब्ध कराये जा रहे हैं.
उन्होने कहा कि समपारों पर दुर्घटना गंभीर विषय है. जिसके लिए समय-समय पर विशेष अभियान चलाकर जनमानस को जागरुक किया जाता है. आरक्षित समपारों को प्राथमिकता के आधार पर या तो बंद किया जा रहा है या फिर उनको रक्षित किया जा रहा है और यह कार्य सितम्बर 2018 तक पूर्ण कर लिया जाएगा. तब तक ऐसे प्रत्येक गेट पर दो गेट मित्रों का प्रावधान किया गया है.
उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे पर कुल 14 मैकेनिकल इंटरलॉकिंग युक्त स्टेशन शेष हैं. जिन्हे अगले एक वर्ष में इलेक्ट्रीकल/इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग में बदल दिया जायेगा.
महाप्रबंधक ने कहा कि संरक्षा श्रेणी में कुल 5600 रिक्त पदों में से 3288 पदों को भरने की स्वीकृती प्राप्त हो गई है.
महाप्रबंधक ने कहा कि यात्रा के दौरान खान-पान सुविधा में सुधार हेतु सभी खान-पान सुविधाएं रेलवे द्वारा अपने नियंत्रण में ले ली गई है. साथ ही अधिकारियों एवं निरीक्षकों द्वारा नियमित एवं औचक निरीक्षण कर गुणवत्ता की जाँच की जा रही है.
महाप्रबंधक ने बैठक के अंत में उपस्थित माननीय संसद सदस्यों एवं प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण सुझावों पर अमल करने स्थानीय जनता, व्यापारियों एवं दैनिक यात्रियों की समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया.
बैठक का कुशल संचालन उप महाप्रबंधक राजेश तिवारी ने किया. मंडल रेल प्रबंधक एस.के. झा ने पावर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से वाराणसी मंडल पर किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी तथा बैठक के अंत में सभी अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया.