सरकार का ऑपरेशन ऑक्सीजन दोस्ती शुरू, सऊदी से मुंद्रा बंदरगाह पहुंची 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन

सरकार का ऑपरेशन ऑक्सीजन दोस्ती शुरू, सऊदी से मुंद्रा बंदरगाह पहुंची 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन

अहमदाबाद: ऑक्सीजन की कमी से उबरने के बीच राज्य सरकार ने ऑपरेशन ऑक्सीजन दोस्ती शुरू की है. अडानी समूह ने आयात कर मंगाई 80 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन मुंद्रा बंदरगाह पर पहुंच गई है. इसके अलावा बड़ी संख्या गैस सिलेंडर भी आने वाले हैं.

इसके अलावा सरकार ने भी बड़ी संख्या में पाइप आदि अन्य जरूरी सामान आयात किया है जो जल्द ही बंदरगाह पर पहुंचने वाले हैं.

राज्य सरकार के प्रयास से ‘ऑपरेशन ऑक्सीजन फ्रेंडली’ शुरू किया है. सरकार ने बंदरगाहों पर ऑक्सीजन या संबंधित संसाधनों को ले जाने वाले जहाजों को प्राथमिकता देने का फैसला किया गया है. कच्छ के दो मुख्य बंदरगाहों कंडला और मुंद्रा में ऑक्सीजन और संबंधित सामग्रियों का आयात शुरू हो गया है.

अडानी समूह के प्रमुख गौतम अडानी ने सऊदी अरब के दूतावास को धन्यवाद देते हुए कहा कि दुनियाभर से ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अपने मिशन के हिस्से के रूप में सऊदी अरब के दम्मना बंदरगाह पर 80 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन के साथ चार आईएसओ क्रेनिक टैंक आ गए हैं. अडानी समूह के प्रमुख ने सोशल मीडिया पर बताया कि सऊदी अरब से आयात के लिए अधिक क्रायोजेनिक टैंक और 5,000 मेडिकल-ग्रेड ऑक्सीजन-सिलेंडर भी हैं, जिसे जल्द ही भारत भेजा जाएगा. इसके लिए उन्होंने सऊदी दूतावास का आभार व्यक्त किया. उन्होंने आगे कहा कि समूह कच्छ में एक दिन में 1500 सिलेंडर भी जहां जरूरत है वहा भेज रहे है.

सरकार के निर्णयों के तहत कंडला के दीनदयाल पोर्ट ट्रस्ट के अध्यक्ष एस मेहता ने इस तरह की सामग्री वाले कार्गो को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया. जिसके संबंध में पोत कंडला में हजीरा पोर्ट से एमवी हाय 86 नाम का जहाज चला, जिसमें से 4722.82 एमटी स्टील पाइप, 1389.47 एमटी स्टील बार, 892.33 मीट्रिक टन जंबो बैग और 170.535 थे.

पोर्ट के प्रवक्ता ओमप्रकाश ददलानी ने कहा कि माल चीन से हजीरा और वहां से कंडला तक आया. उन्होंने बताया कि इस पाइप से ऑक्सीजन सिलेंडर बनाए जाते हैं, जिनमें से कुछ भोपाल जाएंगे.

शिपिंग मंत्रालय ने रविवार को देश के सभी प्रमुख बंदरगाहों के अध्यक्षों को एक पत्र भेजकर बंदरगाह पर ऑक्सीजन ले जाने वाले सभी जहाजों को लंगर लगाने के लिए प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया था, बल्कि बंदरगाह और भंडारण सहित शुल्क भी माफ करने के लिए कहा गया है. पत्र में अध्यक्ष को व्यक्तिगत रूप से इन सभी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कहा गया है. मंत्रालय का यह आदेश चिकित्सा ग्रेड ऑक्सीजन, ऑक्सीजन टैंक, ऑक्सीजन बोतलें, पोर्टेबल ऑक्सीजन जनरेटर, स्टील पाइप सहित संबद्ध सामग्रियों पर अगले तीन महीनों के लिए लागू होगा.

Input: Hindusthan Samachar

0Shares
A valid URL was not provided.

छपरा टुडे डॉट कॉम की खबरों को Facebook पर पढ़ने कर लिए @ChhapraToday पर Like करे. हमें ट्विटर पर @ChhapraToday पर Follow करें. Video न्यूज़ के लिए हमारे YouTube चैनल को @ChhapraToday पर Subscribe करें