नई दिल्ली: राजकीय सम्मान के साथ शहीद नायब सुबेदार परमजीत सिंह का अंतिम संस्कार मंगलवार को उनके गांव तरनतारण में किया गया. शहीद को अंतिम सलामी देने के लिए भारी संख्या में लोग जुटे. शहीद परमजीत सिंह का पार्थिव शरीर मंगलवार को जम्मू से उनके गांव तरनतारण लाया गया लेकिन परिवार उनके पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन नहीं कर पाया. परिवार शहीद परमजीत सिंह का सिर वापस लाने की जिद पर अड़ा हुआ था लेकिन सेना ने अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को मनाया.
इससे पहले शहीद परमजीत सिंह की पत्नी ने कहा कि जब तक उनके पति का सिर नहीं आएगा तब तक वह अंतिम संस्कार नहीं करने देंगी. शहीद परमजीत का परिवार उनका शरीर देखना चाहता था लेकिन सेना ने शरीर न देखने के लिए उन्हें मनाया.
गौरतलब है कि पाकिस्तान की बीएटी ने दो जवानों के शव क्षत-विक्षत किए.