महाकुम्भ: भारत भक्ति और संस्कृति की भूमि, हम फिर से विश्वगुरु बनेंगे: मांझी

महाकुम्भ: भारत भक्ति और संस्कृति की भूमि, हम फिर से विश्वगुरु बनेंगे: मांझी

महाकुम्भ नगर, 19 फ़रवरी (हि.स.)। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि महाकुम्भ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था, संस्कृति और राजनीति के अद्भुत मेल का भी गवाह बन रहा है। भारत भक्ति और संस्कृति की भूमि है, जिसे विश्वगुरु कहा जाता था।महाकुम्भ आस्था का प्रतीक है। कुछ लोग हमारी आस्था में बाधाएं डालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन करोड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति यह साबित करती है कि भारतीय संस्कृति अडिग और अमर है। यह बात उन्होंने बुधवार को महाकुम्भ में कही। उन्होंने इस दौरान त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई।

एक्स पर लालू यादव और ममता पर साधा निशाना

महाकुम्भ स्नान के बाद जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया एक्स पर लालू प्रसाद यादव और ममता बनर्जी पर तंज भी कसा। उन्होंने लिखा कि लीजिए भाई, हमने भी कुम्भ स्नान कर लिया। अब यदि किसी को पेट में दर्द हो रहा होगा तो हम उनका कुछ नहीं कर सकते। वैसे लालू प्रसाद यादव एवं ममता दीदी को कुछ ज़्यादा ही समस्या होगी। उनके इस पोस्ट के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। माना जा रहा है कि उन्होंने अपने इस बयान के जरिए विपक्ष पर सीधा हमला बोला है।

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