प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर जताया शोक, मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये की मदद
राज्य सरकार ने की मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये के आर्थिक मदद की घोषणा
मुंबई (एजेंसी): महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित सैनिटाइजेशन बनाने वाली केमिकल फैक्ट्री ‘एसवीएस कंपनी’ में सोमवार शाम करीब 4.00 बजे भीषण आग लगने से 18 मजदूरों की मौत हो गई। घटनास्थल पर फायर ब्रिगेड कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया है। फिलहाल वे अन्य मजदूरों की तलाश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना पर गहरा शोक प्रकट किया है। उन्होंने मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक मदद व घायलों को 50-50 हजार रुपये की मदद की घोषणा की है। वहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने इस घटना को बेहद तकलीफदेह बताया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है।
The Prime Minister has announced an ex-gratia of Rs. 2 lakh each from the PMNRF for the next of kin of those who have lost their lives due to a fire at an industrial unit in Pune, Maharashtra. Rs. 50,000 would be provided to those injured.
— PMO India (@PMOIndia) June 7, 2021
पुणे के जिलाधिकारी राजेश देशमुख ने उपविभागीय अधिकारी संदेश शिर्के की अध्यक्षता में जांच समिति गठित कर घटना की जांच के आदेश जारी कर दिये हैं।यह समिति अगले दो दिनों में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।
पुणे फायर ब्रिगेड के अधिकारी देवेंद्र पोटफोड़े ने बताया कि पुणे के पिरंगुट में एमआईडीसी इलाके में स्थित एसवीएस नामक केमिकल फैक्ट्री में आज सुबह 37 मजदूर काम पर आए थे। कंपनी में सैनिटाइजर बनाया जा रहा था। लेकिन, पूर्वान्ह तकरीबन 4 बजे कंपनी के मशीन में स्पार्क होने से आग लग गई थी। इसकी जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग को बुझाने का काम शुरू कर दिया।
The loss of lives of workers, mostly women, in a fire accident at a factory in Pune is extremely unfortunate. My condolences to the families of the deceased. I pray for speedy recovery of the injured.
— President of India (@rashtrapatibhvn) June 7, 2021
अभी तक घटनास्थल से 18 शव बरामद किए गए हैं। मृतकों में 15 महिलाएं और तीन पुरुष शामिल हैं। बताया जा रहा है कि आग इतनी भीषण थी कि कंपनी की पिछली दिवार को जेसीबी से तोडक़र 12 मजदूरों को बचाया गया।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, सांसद सुप्रिया सुले, स्थानीय विधायक संग्राम थोपटे ने इस घटना को तकलीफदेह बताया है। अजीत पवार ने कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को कठोर सजा दी जाएगी।