नुक्कड़ नाटक के जरिये दहेज प्रथा और बाल विवाह के प्रति लोगों को किया गया जागरूक

नुक्कड़ नाटक के जरिये दहेज प्रथा और बाल विवाह के प्रति लोगों को किया गया जागरूक

Isuaapur: दहेज मुक्त बिहार निर्माण एवं बाल विवाह के प्रति लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से गुरुवार को प्रखंड में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया. स्थानीय लाल दास बाबा के मठिया पर भिखारी ठाकुर कला मंडली के जरिए आम जनमानस को दहेज मुक्त बिहार एवं बाल विवाह के प्रति लोगों को नाटक के माध्यम से जागरुक किया गया

जन शिक्षा निदेशालय बिहार पटना एवं समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में लोगों को कम उम्र में लड़के लड़कियों का विवाह ना करने साथ ही उनके विवाह में दहेज लेने का विरोध करते दिखाया गया. कलाकारों द्वारा कला के माध्यम से बताया गया कि दहेज लेना और देना कानूनन अपराध है. इसके लिए कानूनी नियम भी बनाए गए हैं. जिससे वर पक्ष के साथ-साथ विवाह में शामिल सभी लोगों पर कानूनी कार्यवाही की जा सकती है.

वहीं बाल विवाह को लेकर बताया गया कि लड़कों की शादी 21 वर्ष के बाद एवं लड़कियों की शादी 18 वर्ष के बाद की जानी चाहिए. जिससे कि उनका वैवाहिक जीवन सुखमय व्यतीत हो सकें. साथ ही साथ प्रोजेक्टर के माध्यम से एक शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गयी. जिसमें दहेज एवं बाल विवाह को लेकर हुई कठिनाइयों को बताया गया.

इस अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉक्टर अखिलेश प्रसाद, केआरपी संतोष कुमार, प्रखंड समन्वयक राजेश सिंह के साथ सभी प्रेरक एवं तालीमी मरकज स्वयंसेवक उपस्थित थे.

0Shares
A valid URL was not provided.

छपरा टुडे डॉट कॉम की खबरों को Facebook पर पढ़ने कर लिए @ChhapraToday पर Like करे. हमें ट्विटर पर @ChhapraToday पर Follow करें. Video न्यूज़ के लिए हमारे YouTube चैनल को @ChhapraToday पर Subscribe करें