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मेरी आवाज़ ही पहचान है.., लता मंगेशकर के जन्मदिवस पर विशेष

नई दिल्ली: भारत रत्न स्वर-कोकिला लता मंगेशकर के मधुर आवाज की पूरी दुनिया दीवानी हैं. लता मंगेशकर छह दशक से हिन्दुस्तान की आवाज बन चुकीं लता ने 36 से ज्यादा भाषाओं में फिल्मी और गैर फिल्मी हजारों गानों में अपनी आवाज का जादू बिखेरा. 

लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर, 1929 को एक मध्यम वर्गीय मराठा परिवार में हुआ. उनका जन्म मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में पंडित दीनानाथ मंगेशकर के घर हुआ था. लता अपने सभी भाई-बहनों में बड़ी हैं. मीना, आशा, ऊषा तथा हृदयनाथ उनसे छोटे हैं. उनके पिता रंगमंच के कलाकार और गायक थे.

लता मंगेशकर के पिता उनके फिल्मों में गाने के खिलाफ थे. वर्ष 1942 में उनके पिता का देहांत हो गया. इसके बाद उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई और अर्थोपार्जन के लिए लता ने मराठी और हिंदी फिल्मों में छोटी-छोटी भूमिकाएं निभानी शुरू की.

लता को पहली बार मंच पर गाने के लिए 25 रुपये मिले थे. इसे वह अपनी पहली कमाई मानती हैं. लता ने पहली बार 1942 में मराठी फिल्म ‘किती हसाल’ के लिए गाना गाया. लता के भाई हृदयनाथ मंगेशकर और बहनें ऊषा मंगेशकर, मीना मंगेशकर और आशा भोंसले सभी ने संगीत को ही अपना करियर चुना.

लता मंगेशकर ने अपने 87वें जन्मदिन पर अपने प्रशंसकों से सीमा पर रखवाली कर रहे बहादुर सेना के जवानों को याद करने और उनके लिए दान की अपील की है.

सुरों की मलिका लता मंगेशकर को वर्ष 1969 में पद्म भूषण, 1974 में दुनिया मे सबसे अधिक गीत गाने का गिनीज़ बुक रिकॉर्ड, 1989 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार, 1999 में पद्म विभूषण और 2001 में भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान “भारत रत्न” से सम्मानित किया जा चूका है.   

 
यहाँ सुने लता मंगेशकर के गाये बेहतरीन नगमें

https://youtu.be/htRNh-WJqSE?t=17

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