अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी 6 सितंबर को रिलीज हो रही है

अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी 6 सितंबर को रिलीज हो रही है

किसान आंदोलन पर अपने बयान को लेकर सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत इस समय सुर्खियों में हैं। ऐसे में कंगना की आने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ भी चर्चा में है। इस फिल्म की कहानी आपातकाल के दौरान घटनाओं पर आधारित है। कुछ सिख संगठन इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग कर रहे हैं।

कंगना रनौत के बयान के बाद अब इस फिल्म को लेकर दर्शकों उत्सुकता बढ़ गई है। एक मीडिया को दिए इंटरव्यू में कंगना ने बताया कि उन्होंने इंदिरा गांधी से क्या सीखा।

अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी 6 सितंबर को रिलीज हो रही है। फिलहाल जब जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर उनके एक सियासी माहौल गर्म है। आपातकाल पर आधारित यह फिल्म राजनीतिक जगत में चर्चा का विषय बनी हुई है। इसी पृष्ठभूमि में कंगना रनौत की प्रतिक्रियाओं के भी मायने निकाले जा रहे हैं। इंटरव्यू में कंगना रनौत ने इस फिल्म को लेकर अपनी स्थिति साफ की है। कंगना ने कहा कि, “मैंने इस फिल्म के लिए बहुत मेहनत की है। मुझे पता था कि इसमें इतना समय लगेगा। मैं कुछ ऐसा देना चाहती थी, जो न केवल मनोरंजन के लिए हो बल्कि हमारी पीढ़ी के लिए भी हो। आपात स्थिति में हम हमेशा एकजुट रहते हैं।’ आजकल संविधान पर खूब चर्चा हो रही है। आपातकाल के दौरान संविधान की हत्या कर दी गयी। यह तो हम सालों से सुनते आ रहे हैं, लेकिन हम वास्तव में नहीं जानते कि तब क्या हुआ।”

कंगना ने कहा कि, “एक कलाकार के रूप में मेरा इरादा अलग था। यह समझा जा सकता है कि कोई आपात स्थिति उत्पन्न हो गई है, कोई गैरकानूनी कार्य हो गया है, सब कुछ असंवैधानिक तरीके से हो गया है, आदि। फिर वास्तव में क्या हुआ। इतना लोकप्रिय नेता…हममें से कोई भी हमारे अहंकार, शक्ति का शिकार हो सकता है, यह मेरे लिए इंदिरा गांधी के जीवन से एक बड़ा सबक है।”

फिल्म ‘इमरजेंसी’ इंदिरा गांधी का मुख्य किरदार निभाने वाली कंगना रनौत ने कहा कि “इंदिरा गांधी एक ऐसी शख्सियत हैं, जिनसे जितना प्यार किया जाता था, उतना ही गुस्सा भी किया जाता था। उन्हें अभिनव चण्डी, दुर्गा तथा अन्य विशेषण दिए गए। आज कुछ लोग मोदी को राम का अवतार मानते हैं। लोग तब इंदिरा गांधी को दुर्गा का अवतार मानते थे। इसलिए, यह पहली बार नहीं है कि मोदी को राम का अवतार माना गया है, लेकिन इन सबके बावजूद इंदिरा गांधी देश के ही खिलाफ चली गईं। यह मेरे लिए बहुत रोमांचक था।”

उन्हाेंने कहा कि, “उनके करीबी व्यक्ति पुपुल जयकर ने इंदिरा गांधी की जीवनी लिखी है। इसमें इंदिरा गांधी ने उस दौरान अपने गुरु कृष्णमूर्ति से आपातकाल को लेकर हुई बातचीत के बारे में बताया है। कृष्णमूर्ति ने तब इंदिरा गांधी से कहा था कि आप इस आपातकाल को खत्म करें। यह तो तुम बहुत बड़ा पाप कर रही हो। तो इंदिरा गांधी ने उनसे कहा कि मैं एक अत्यंत क्रूर राक्षस पर सवार हूं। मैं अब नहीं रुक सकती। यदि मैं रुकी तो यह राक्षस मुझे खा जायेगा। इससे मुझ पर बहुत प्रभाव पड़ा। मुझे लगा कि यह एक बात है, जो देश को, आने वाली पीढ़ी को, हमारे आने वाले नेताओं को पता होनी चाहिए’।’ कंगना रनौत ने कहा कि एक कलाकार के तौर पर मैं इस बात से इनकार नहीं कर सकती कि इंदिरा गांधी ने इस देश को क्या दिया है।

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