Chhapra: आगामी 28 एवं 29 जनवरी को छपरा के के एकता भवन ऑडिटोरियम में दो दिवसीय भिखारी ठाकुर रंग महोत्सव का आयोजन होने जा है. इस आयोजन को ले कर रामजयपाल कॉलेज के एल एन यादव लाइब्रेरी में 22 जनवरी को एक प्रेस कॉन्फ़्रेन्स किया गया. इस महोत्सव का आयोजन भिखारी ठाकुर रगमंडल प्रशिक्षण एवं शोध के द्वारा किया जा रहा है. इसके आयोजन में संगीत नाटक अकादेमी, सारण जिला प्रशासन, मयूर कला केंद्र, कलपंक्ति नामक संस्थाएँ सहयोगी की भूमिका में है.
महोत्सव के संयोजक सह भिखारी ठाकुर रंगमंडल प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र के निदेशक जैनेन्द्र दोस्त ने कहा कि इस दो दिवसीय महोत्सव में गीत-संगीत, नृत्य, नाटक के साथ-साथ लोककला पर प्रदर्शनी भी देखने को मिलेगी. इस बार यह महोत्सव अंतरराष्ट्रीय होने जा रहा है. इस बार श्रीलंका से बारह सदस्यों का एक नाट्य-नृत्य दल इस महोत्सव में विशेष रूप से हिस्सा लेने छपरा आ रहा है. श्रीलंका की यह टीम अपने यहाँ का मुखौटा नाटक एवं पारम्परिक नृत्य प्रस्तुत करेगी. पहली बार तिगोला मुक़ाबला होगा जिसमें तीन गायक एक साथ मंच पर गायकी से मुक़ाबला करेंगे. इन तीनों गायकों में एक महिला गायक भी शामिल हैं. इसके अलावा जैनेन्द्र दोस्त के निर्देशन में भिखारी ठाकुर का बेटी-बेचवा नाटक इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण होगा. राष्ट्रपति से सम्मानित जिले के एकमात्र कलाकार रामचंद्र माँझी 94 वर्ष की आयु में लौंडा नृत्य एवं गीत प्रस्तुत करेंगे. भिखारी ठाकुर के साथ काम कर चुके कलाकार लखिचंद माँझी मंगलाचरण एवं बारहमासा प्रस्तुत करेंगे.
उन्होंने कहा कि 28 जनवरी को दोपहर 2 बजे शहर के म्यूनिसिपल चौक से एकता भवन तक एक ‘रंग-जुलूस’ निकला जाएगा जिसमें देश के अनेक हिस्सों के साथ-साथ स्थानीय कलाकार, साहित्यकार, संस्कृतिकर्मी, समाजसेवी एवं छात्र भी हिस्सा लेंगे. सांस्कृतिक कार्यक्रम दोनों ही दिन दोपहर 3 बजे से एकता भवन में शुरू होगा.