Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के इतिहास में यह पहला अवसर है जब भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से कोर रिसर्च ग्रांट योजना के तहत अनुदान मिला है.
जयप्रकाश विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के सहायक प्रोफ़ेसर डॉ. होशियार सिंह एवं डॉ. विद्याधर सिंह के शोध प्रोजेक्ट को विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड द्वारा तीन वर्षों के लिए वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई.
यह रिसर्च प्रोजेक्ट प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नैनो क्रोमाइट्स के मैग्नीटो-डाईइलेक्ट्रिक गुणों को भिन्न-भिन्न डोपिंग द्वारा विकसित करने पर आधारित है. इस अनुसंधान के तहत अलग अलग नैनो क्रोमाइट को बनाते हुए उनके चुम्बकीय तथा विद्युतीय गुणों का विभिन्न पहलुओं से अध्ययन किया जाएगा जो कि आधुनिक प्रौद्योगिकी के बढ़ते प्रभाव में इन पदार्थों की उपयोगिता को सिद्ध करेगा.
इस रिसर्च प्रोजेक्ट से शोध छात्रों को नए अवसर प्रदान होंगे तथा आने वाले समय में विश्वविद्यालय को नेक एक्रीडेशन में भी फ़ायदा मिलेगा. भौतिक विभाग की इस उपलब्धि पर कुलपति, प्रतिकुलपति, डीन साइंस, रजिस्ट्रार, विभागाध्यक्ष, सीसीडीसी तथा अन्य प्रोफेसरों ने ख़ुशी जतायी तथा कहा कि यह रिसर्च प्रोजेक्ट अन्य शिक्षकों को भी रिसर्च करने के लिए प्रेरित करेगा.