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विश्वविद्यालय में जमीन में रखी डिग्रियों को देख बिफरे कुलपति, परीक्षा नियंत्रक ने कहा कर्मियों की है कमी

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय में के पदाधिकारियों और कर्मचारियों के कार्यों पर कुलपति हरिकेश सिंह ने ही प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है. कुलपति ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर विश्वविद्यालय की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कि पदाधिकारी और कर्मचारी समय से काम नहीं कर रहे हैं, जिस कारण से छात्रों के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, डिग्रियां उन्हें समय पर उपलब्ध कराने में कठिनाई आ रही है. उन्होंने कहा कि छात्रों के हित में प्रयास करते हुए डिग्रियों के आवेदन ऑनलाइन करने का प्रावधान किया गया है. इससे छात्रों को फायदा पहुंच रहा है हालांकि विश्वविद्यालय के कार्यशैली के कारण कुछ छात्र अभी परेशान है.

कुलपति ने किया परीक्षा विभाग का औचक निरीक्षण
प्रेस वार्ता के दौरान कुलपति ने सीधे तौर पर विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों पर निशाना साधते हुए उनके कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया और मीडिया की उपस्थिति में विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग समेत विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया. इस दौरान परीक्षा विभाग में जमीन पर पड़ी डिग्रियों को देखकर कुलपति बिफर गए और उन्होंने वहां मौजूद कर्मचारी से इसको लेकर सवाल जवाब किए. कर्मचारी के पास कोई जवाब ना होने की स्थिति में उन्होंने परीक्षा नियंत्रक अशोक कुमार सिंह से स्थिति के बारे में जानकारी ली.

छात्रों ने कुलपति को सुनाई फरियाद
कुलपति के निरीक्षण के दौरान डिग्री के लिए वहां मौजूद छात्रों ने लगातार विश्वविद्यालय में आने और कार्य का ना होने की बातें कही. छात्रों ने अपने समस्याओं से कुलपति को अवगत कराया.

 

संसाधनों और कर्मचारियों की है कमी: परीक्षा नियंत्रक
परीक्षा विभाग में जमीन पर डिग्रियों के रखे जाने के मामले में प्रतिक्रिया देते हुए परीक्षा नियंत्रक डॉ अशोक कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में कर्मचारियों और संसाधनों की कमी है. एक सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी कुलपति को भी है. उन्हें ही इसकी व्यवस्था करनी है. उन्होंने कहा कि अबतक 64 परीक्षाएं कराई जा चुकी है. लगातार परीक्षाओं से दबाब है और कर्मचारियों की कमी से कार्य धीमा हो रहा है. उन्होंने कहा कि यदि कार्य नही हो रहे है तो 64 परीक्षाएं कैसे हो गयी.

इस दौरान परीक्षा नियंत्रक, पीआरओ समेत विश्वविद्यालय के पदाधिकारी मौजूद थे.

 

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