Chhapra: स्वच्छता पखवाड़ा (17 सितंबर – 2 अक्टूबर 2024) और गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर आज दिनांक 01.10.2024 को एनएसएस यूनिट-1 द्वारा गंगा सिंह महाविद्यालय, छपरा में छात्रों को स्वच्छता शपथ दिलाई गई और “राष्ट्रपिता और स्वच्छ भारत” विषयक परिचर्चा का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सिद्धार्थ शंकर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की यह कर्मभूमि रही है। बापू ने स्वच्छ और स्वस्थ भारत के नवनिर्माण हेतु नागरिकों को जिन कर्तव्यों और दायित्यों का बोध कराया था, उनके बताए रास्तों पर चलकर ही हम विकसित भारत की संकल्पना को एक मजबूत आधार दे पाएंगे। महात्मा गांधी के सात सामाजिक पापकर्म की विशद विवेचना करते हुए डॉ सिद्धार्थ शंकर सिंह ने कहा कि सिद्धान्त के बिना राजनीति; काम के बिना धन; विवेक के बिना सुख; चरित्र के बिना ज्ञान; नैतिकता के बिना व्यापार; मानवता के बिना विज्ञान और त्याग के बिना पूजा जैसे नैतिक आदर्शों को अपनाकर मानव जीवन सफल हो सकता है। राष्ट्रपिता का जीवन और दर्शन हम सबों के लिए प्रासंगिक है।
परिचर्चा के मुख्य वक्ता प्रो आदित्य चंद्र झा ने अपने संबोधन में गांधी जी के स्वच्छता संबंधी संकल्पनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि हमें गांधी के सपनों का भारत बनाना है, जहां सभी नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, धार्मिक और सांस्कृतिक स्वतंत्रता प्राप्त हो। रामराज्य की संकल्पना को व्याख्यायित करते हुए प्रो झा ने कहा कि हमें वर्गविहीन और समतामूलक समाज के निर्माण की दिशा में अग्रसर होना होगा।
इस परिचर्चा में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ सुमनलता सिंह, डॉ कुमकुम रे, डॉ पूजा लोहान, श्री अभिषेक चतुर्वेदी, श्री नलिन रंजन, डॉ कमाल अहमद, श्री राजीव कुमार गिरी, डॉ दिनेश कुमार यादव, डॉ फख्र शायान, डॉ राजेश कुमार, डॉ राजेश मांझी, डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह, डॉ नीलेश झा ने छात्रों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन और दर्शन के विभिन्न पहलुओं की चर्चा की और लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी।
कार्यक्रम का संचालन एनएसएस यूनिट-1 के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कमाल अहमद और धन्यवाद ज्ञापन डॉ अतुल शुक्ला ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के कई प्राध्यापक और 50 से अधिक छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे।