Chhapra: ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) सारण जिला इकाई का 19वां जिला सम्मेलन शहर के चंद्रावती ऑडिटोरियम में संपन्न हुई. जिसकी अध्यक्षता स्वागतध्यक्ष सुरेंद्र नाथ त्रिपाठी, खुशबू कुमारी, मोहन राम व मंच संचालन राज्य उपाध्यक्ष राहुल कुमार यादव के द्वारा किया गया. इससे पहले झंडोत्तोलन के साथ सम्मेलन की शुरुआत हुई.
सम्मेलन का उद्घाटन संगठन के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने किया. अपने उद्घाटन भाषण में राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सार्वजनिक शिक्षा को महंगा व पूंजीपतियों के हवाले कर गरीब छात्रों को शिक्षा से वंचित करने की साजिश रची जा रही है. केंद्र सरकार द्वारा जो नई शिक्षा नीति लाई गई है. “वर्तमान शिक्षा एवं छात्रों का दायित्व” विषय पर बोलते हुए मुख्य वक्ता सामाजिक चिंतक अनिल राय ने कहा कि वर्तमान शिक्षा को गरीब छात्रों के लिए सस्ती एवं सुलभ बनाने के बजाय इसे महंगी और गरीब छात्रों के पहुंच से दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. कैम्पसों में शिक्षा का माहौल नहीं है, ऐसे वक्त में छात्रों का दायित्व बनता है कि सस्ती व सुलभ शिक्षा व सरकार की गलत नीतियों को समझने के लिए पढ़ाई-लड़ाई तेज करने की आवश्यकता है.
शिक्षक नेता चुल्हन प्रसाद सिंह ने कहा कि भारत में जितने भी परिवर्तनकारी सामाजिक आंदोलन हुए, उनमें छात्रों की भूमिका बहुत अहम रही है. छात्र शक्ति, समाज को सुधारने और उसे मजबूत करने वाली घटकों में से एक है. इसलिए कहा जाता है की युवा देश के रीढ़ हैं.
सम्मेलन के अंत में सांगठनिक पदाधिकारियों का चुनाव किया गया, जिसमें अमित नयन को जिला सचिव, रूपेश कुमार यादव को जिला अध्यक्ष, खुशबू कुमारी, अभय चौबे, मोहन राम को जिला उपाध्यक्ष, अकबरी खातून, आकाश यादव को सह सचिव व अंकुश पाठक कोषाध्यक्ष चुने गए.
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सीपीआई जिला सचिव रामबाबू सिंह, शिक्षक नेता सुरेंद्र सौरव, महात्मा प्रसाद गुप्ता, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ प्रीतम यादव, एसएफआई राज्य अध्यक्ष शैलेंद्र यादव, शिक्षक नूर आलम, सोहैल अख्तर, डिंपल कुमारी, अकबरी खातून, प्रियंका कुमारी, राजीव कुमार, मनोहर राम, राजीव उपाध्याय, विनय कुमार गिरी, कुणाल यादव, राहुल राय सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद थे.