Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बिहार प्रदेश के आह्वान पर पूरे प्रदेश भर में बिहार सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करने हेतु सद्बुद्धि महायज्ञ का आयोजन किया गया. जिसमें छात्र-छात्राओं ने हवन कर ईश्वर से सरकार को सद्बुद्धि देने हेतु प्रार्थना किया. इसी क्रम में छपरा इकाई के द्वारा भी सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया.
इस संबंध में जय प्रकाश विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय संयोजक रवि पांडेय ने कहा कि बिहार सरकार माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) परिणाम को रद्द कर हजारों छात्रों के भविष्य को कुचलने का काम किया है. यह मामला कोर्ट में भी था, पर कोर्ट का निर्णय आने से पहले ही परीक्षा रद्द करने का नोटिस जारी कर दिया गया, जो बिहार सरकार पर गंभीर सवाल खड़े करता है.
इसके अलावा कोविंड-19 के इस भीषण महामारी के समय एक ओर छात्र, अभिभावक आर्थिक तंगी से जूझ रहे है, तो दूसरी ओर किराएदार वह निजी शिक्षण संस्थान के मालिक शुल्क जमा करने का दबाव बना रहे हैं. इस परिस्थिति में सरकार का मौन रहना शर्मनाक है.
सुशासन के 15 वर्षों के शासनकाल में भर्ती हेतु जो परीक्षाएं हुई हैं उसमें से 95% से अधिक परीक्षाएं विवादों में रहा आखिर इसके कौन है जिम्मेदार. स्कूल, कॉलेज विश्वविद्यालय शिक्षक विहीन होते जा रहे हैं. बिना शिक्षक का छात्र कैसे पढ़ रहे हैं. इसके जिम्मेदार कौन है ना समय से परीक्षा हो रही है ना समय से परिणाम आ रहे हैं, समय से वर्ग का संचालन हो रहे हैं आखिर इसके जिम्मेदार कौन हैं?
सरकार के गलत नीति, हठधर्मी, राजनीतिक द्वेष के कारण हजारों छात्र युवाओं का भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहे हैं. आखिर उच्च स्तरीय जांच का आदेश क्यों नहीं. दोषी बोर्ड के अध्यक्ष को क्यों नही हटाया गया. भ्रष्ट पदाधिकारियों के ऊपर करवाई क्यों नहीं किया गया. पदाधिकारियों को बचाने में सरकार क्यों लगी है. अपने निर्णय पर सरकार पुनर्विचार करें. अन्यथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद चरणबध्द आंदोलन जारी रहेगा.