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जय प्रकाश महिला महाविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

Chhapra: जय प्रकाश महिला महाविद्यालय  के गृह विज्ञान विभाग तथा भागलपुर चैप्टर न्यूट्रिशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में
  “स्थानीय रूप से उपलब्ध मौसमी फलों का प्रसंस्करण एवं संरक्षण“ (Preparation and Preservation of Locally Available Seasonal Fruits) विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। 

सत्र की शुरुआत प्राचार्या डॉ मंजू कुमारी सिन्हा के अध्यक्षीय भाषण से हुई। कार्यशाला के दूसरे दिन के दो तकनीकी सत्रों में, रिसोर्स पर्सन के रूप में क्रमशः डॉ नीतू सिंह, सहायक प्राध्यापक, नितेश्वर महाविद्यालय, मुजफ्फरपुर एवं डॉ आंचल सिंह, सहायक प्राध्यापक, जयप्रकाश महिला कॉलेज रहीं। डॉ नीतू सिंह ने बेल के गुणों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि पेट के लिए यह रामबाण तो है ही साथ ही मलेरिया, कैंसर, जैसी बीमारियों के लिए भी प्रतिरक्षक का काम करता है। चूँकि बेल एक मौसमी फल है इसीलिए वर्षभर इसके प्रयोग करने के लिए उन्होंने बेल के स्क्वाश बनाने की विधि प्रायोगिक सत्र में बताया।

डॉ आंचल सिंह ने आम के प्रसंस्करण एवं संरक्षण के विषय में विस्तार से चर्चा की एवं प्रायोगिक सत्र में आम का पन्ना बनाने एवं उसे संरक्षित करने की विधि बताई। गुलफसान परवीन,ऑफिस सेक्रेट्री भागलपुर चैप्टर ने भी अपने विचार रखे और कहा कि इन दो दिनों में जो भी आपने सीखा उसे सिर्फ अपने तक सीमित ना रखें बल्कि इसे अपने घर में एवं दोस्तों के बीच साझा करें।

समापन समारोह में छात्रा अर्चना कुमारी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से संबंधित गीत प्रस्तुत किया एवं सभी का मन मोह लिया। कुलपति प्रो फारुख अली ने सभी को दो दिवसीय कार्यशाला के सफल संचालन के लिए शुभकामनाएं दी एवं प्रतिभागियों को कहा कि जो कुछ भी आप लोगों ने सीखा है उसको आगे प्रयोग में लाएं। रोजगार लेने वाले नहीं रोजगार देने वाले बने। यह महाविद्यालय आपकी मां के समान है और बिल्कुल इसी तरह उसकी सेवा करें। तत्पश्चात कुलपति के द्वारा सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट वितरित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन अर्थशास्त्र विभाग की डॉ अर्चना सिन्हा एवं शोधार्थी शिवांगी सिंह ने किया।अंत में डॉ अर्चना सिन्हा ने धन्यवाद ज्ञापन किया एवं कार्यक्रम के समापन की घोषणा की। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संपूर्ण महाविद्यालय परिवार का सहयोग रहा।

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