Social Platform पर ‘शिक्षित बनें, विकसित बनें’ की अलख जगा रहे है ये शिक्षाविद

Social Platform पर ‘शिक्षित बनें, विकसित बनें’ की अलख जगा रहे है ये शिक्षाविद

Chhapra: सोशल मीडिया, यह शब्द सुनते ही कुछ लोग इसे भ्रामक जानकारियों को फैलाने वाला करार देते है. विडंबना यह है कि सोशल मीडिया को भ्रामक करार देने के लिए भी उसके ही प्लेटफॉर्म को चुना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह असीमित है और इसकी पहुँच व्यापक है.

सोशल पर आप रोजाना सुबह-शाम गुड मॉर्निंग, गुड नाईट के मैसेज अपने मित्रों सगे संबंधियों से पाते है. कई ग्रुप भी होंगे जिनमे आपको जोड़ा गया होगा. जिसको जिस उद्देश्य से बनाया गया होगा उससे इतर वहां अब केवल अनर्गल जानकारियां शेयर की जाती होंगी. इसके साथ ही कुछ जरूरी और सकारात्मक जानकारी त्वरित रूप से आपको सोशल मीडिया के ही माध्यम से मिलती है.

ऐसे में सारण के कुछ शिक्षाविदों ने इन दिनों सोशल मीडिया पर सकारात्मक पहल की है और एक नया अभियान छेड़ दिया है.

इन शिक्षाविदों के द्वारा लोगों के बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक, चैटिंग ऐप व्हाट्सऐप के माध्यम से रोजाना सुबह शिक्षा की अलख जगायी जा रही है. सुप्रभात, Good Morning के मैसेज से इतर सभी को शिक्षित और विकसित बनने का पाठ पढ़ाया जा रहा है.

‘शिक्षित बनें, विकसित बनें’, इस स्लोगन के साथ रोजाना सुबह पोस्ट की जाती है. जिससे लोग शिक्षा के प्रति सजग हो सके. समाज से कुरीतियों, अज्ञानता और अंधविश्वास को दूर भगाया जा सके. लोग शिक्षा को ग्रहण कर विकसित बन सके और समाज को नई ऊंचाई दे सके.

 

इस अभियान की शुरुआत करने वाले छपरा शहर के शिक्षाविद विक्की आनंद बताते है कि अपने अनन्य मित्र शिक्षाविद मनोज कुमार संकल्प के साथ मिलकर कई वर्षों से लोगों के बीच शिक्षा का अलख जगाने के अभियान में जुटे है.

उनका कहना है कि इन दिनों युवाओं के साथ साथ सभी आयु वर्ग के लोग सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म पर है. अक्सर ऐसा देखा जाता है कि राजनीतिक या द्वेषपूर्ण पोस्ट को लोग ज्यादा पढ़ते है और अनर्गल टिप्पणियां भी करते है. जो इस व्यापक प्लेटफॉर्म का एक तरह से दुरूपयोग है. वही युवा शिक्षा से भाग रहे है. अभिभावक भी उन पर सही ध्यान नहीं रख रहे है. कही ना कही शिक्षक भी दोषी है.

ऐसे में समाज में शिक्षा की अलख जगाने और उन तक अपनी बात को पहुंचाने के लिये सोशल मीडिया कारगर है. सभी को जागरूक करने के उद्देश्य से इस अभियान की शुरुआत हुई है. लोगों का साथ मिल रहा है. बहुत लोग जुड़ रहे है. जिससे इस अभियान को बल मिल रहा है.   

सोशल मीडिया की व्यापकता और उसके सकारात्मक इस्तेमाल का यह एक उदाहरण है. निःसंदेह ही लोगों जागरूक करने में बेहतर साबित होगा.

अगर आप भी सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरूक करने के ऐसे कोई प्रयास कर रहे है तो, हमें मेल कीजिये chhapratoday@gmail.com पर.

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