Chhapra: गुरुवार को शरद पूर्णिमा की रात आसमान से अमृत बरसाने वाला है. ऐसी मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात आसमान से अमृत की बरसात होती है. साथ ही साथ पूर्णिमा के दिन चंद्रमा से होने वाले रोगों से मुक्ति के लिए खीर का भोग लगाया जाता है. इसे दो से तीन घंटे तक चन्द्रमा की रोशनी में खुले आसमान के नीचे रखते हैं. इसलिए खीर के भोग को प्रसाद के रूप में खाने पर व्यक्ति निरोग और दीर्घायु होता है.
आज रात लोग चाँद की खूबसूरती का दीदार भी कर करेंगे. साथ ही साथ आज रात चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होगा व अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण चंद्रमा का ओज, सबसे तेज और ऊर्जावान होता है. इसके साथ ही लोग खुले आसमान के नीचे खीर बनाकर रखेंगे.
इस रात्रि चंद्रमा कीर्तिमान होकर अपनी शीतल किरणों से फसलों, पेड़-पौधों व वनस्पतियों पर अमृत वर्षा करता है. चंद्रमा की इन्हीं किरणों के प्रभाव से इसमें अमृत का प्रभाव पाया जाता है और यह जीवनदायिनी होकर जीवन जगत को आरोग्य प्रदान करता है