नवरात्र: इन मंत्रों के साथ करें मां ब्रह्मचारिणी की आराधना, बुद्धि और ज्ञान की होगी प्राप्ति

नवरात्र: इन मंत्रों के साथ करें मां ब्रह्मचारिणी की आराधना, बुद्धि और ज्ञान की होगी प्राप्ति

नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की आराधना विशेष महत्व रखती है। माता ब्रह्मचारिणी ज्ञान, शांति और संयम की देवी हैं। इनकी उपासना से मन शांत होता है और इच्छाएं पूरी होती हैं।

मां ब्रह्मचारिणी कौन हैं?
मां ब्रह्मचारिणी माता दुर्गा के दस महाविद्याओं में से एक हैं। वे ब्रह्मचर्य का पालन करने वाली हैं और इसलिए इन्हें ब्रह्मचारिणी कहा जाता है। माता ब्रह्मचारिणी का स्वरूप बहुत ही शांत और निश्चल होता है। वे ज्ञान और तपस्या की देवी हैं।

माता ब्रह्मचारिणी के मंत्र
माता ब्रह्मचारिणी को प्रसन्न करने के लिए कई मंत्र हैं। इनमें से कुछ प्रमुख मंत्र हैं:

या देवी सर्वभूतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः। इस मंत्र का जप करने से मन शांत होता है और मानसिक संतुलन मिलता है।
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं ब्रह्मचारिण्यै नमः। इस मंत्र का जप करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। ह्रीं श्री अम्बिकायै नमः। इस मंत्र का जप करने से घर में सुख-शांति का वास होता है और इच्छाएं पूरी होती हैं।

माता ब्रह्मचारिणी की पूजा का महत्व

माता ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से कई लाभ होते हैं, जैसे माता ब्रह्मचारिणी ज्ञान की देवी हैं। इनकी पूजा करने से ज्ञान में वृद्धि होती है और विद्यार्थियों के लिए यह विशेष रूप से लाभदायक है। माता ब्रह्मचारिणी शांति और संयम की देवी हैं। इनकी पूजा करने से मन शांत होता है और संयम में वृद्धि होती है। माता ब्रह्मचारिणी की कृपा से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। माता की पूजा करने से कुंडलिनी शक्ति जागृत होती है।

पूजा विधि

स्नान: स्नान करके साफ कपड़े पहनें।
पूजा स्थल: पूजा स्थल को साफ करें और माता का चित्र या मूर्ति स्थापित करें।
दीपक: दीपक जलाएं।
धूप: धूप जलाएं।
अर्ध्य: जल चढ़ाएं।
फूल: फूल चढ़ाएं।
मंत्र जाप: उपरोक्त मंत्रों का जाप करें।
आरती: आरती करें।

भोग
माता ब्रह्मचारिणी को फल, मिठाई और सात्विक भोजन अर्पित किया जाता है।

कौन करें माता ब्रह्मचारिणी की पूजा
विद्यार्थी, तपस्वी, योगी और सभी भक्तजन माता ब्रह्मचारिणी की पूजा कर सकते हैं। माता सभी की मनोकामनाएं पूरी करती हैं

नवरात्रि के दूसरे दिन का रंग
नवरात्रि के दूसरे दिन पीले रंग का विशेष महत्व होता है। इसलिए इस दिन पीले रंग के वस्त्र पहनकर और पीले रंग के फूल चढ़ाकर माता की पूजा करनी चाहिए।

माता ब्रह्मचारिणी की आराधना से जीवन में शांति, ज्ञान और समृद्धि आती है। नवरात्रि के दूसरे दिन इनकी पूजा करके हम अपने जीवन को सफल बना सकते हैं।

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

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