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जानिए, कब मनाया जायेगा मकर संक्रांति का त्योहार

सबके मन में बहुत ही संशय बना हुआ है कब मनाया जायेगा. ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा के अनुसार मकर संक्रांति (खिचरी) हिन्दू धर्म में मकर संक्रांति एक महत्वपूर्ण त्यौहार के रूप में मनाया जाता है. भारत में इसे अलग -अलग स्थानीय नाम से जाना जाता है.

हर साल संक्रांति 14 जनवरी को मनाया जाता है इस दिन से बसंत ऋतु का आगमन हो जाता है. दिन भी बड़ा होने लगता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते है इसलिए इस दिन को मकर संक्रांति नाम से जाना जाता है. भगवान सूर्य अपने पुत्र की राशि कुम्भ राशि के घर में गोचर करते है.

धार्मिक तथा सांस्कृतिक आधार के अनुसार सूर्य का राशि परिवर्तन बहुत ही शुभ होता है.  इस दिन से मांगलिक कार्य जैसे भवन निर्माण, गृह प्रवेश, विवाह तथा अन्य धार्मिक कार्य की शुरुआत हो जाता है.

अन्य कथा के अनुसार भगवान विष्णु की विजय की विजय के तौर पर भी मकर संक्रांति मनाया जाता है. इस दिन भगवान सूर्य को अर्घ्य से तथा पूजन करे. इस दिन दिन पुण्य करने से कष्ट दूर होते है. जिनके कुंडली में पितृ दोष बना हुआ है या जन्म कुंडली में सूर्य कमजोर है वह लोग इस दिन दान करे तो दोष दूर होता है तथा भगवान सूर्य की इनके उपर कृपा बन जाता है. इस दिन तिल तथा गुड़ खाने का विशेष महत्व रहता है. तिल गुड खाने से शरीर में गर्मी बना रहता है साथ ही अन्य पोषक तत्व मिल जाता है. तील खाने से मैग्नीशियम की मात्र ज्यादा पाया जाता है.

मकर सक्रांति का शुभ समय
14 जनवरी 2023, दिन शनिवार समय 08: 57 रात्रि, धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेगे. (मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाया जायेगा) कारण यह है की रात्रि में सूर्य का गोचर धनु राशि से निकलकर मकर राशि में परिवर्तन कर रहे है. इसलिए उदिया तिथि के अनुसार 15 जनवरी 2023 को मनायी जायेगी.  मकर संक्रांति का महापुण्य काल 15 जनवरी 2023 दिन रविवार सुबह 06 :37 से 08:26 सुबह अवधि 01:48 मिनट तक है. 

साभार ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष ,वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/95455290847

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