New Delhi: जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव को चीन एक बार फिर रोकने की तैयारी में है. इस प्रस्ताव को अमेरिका ने जनवरी में संयुक्त राष्ट्र में पेश किया था. जिसमें फ्रांस, ब्रिटेन जैसी वीटो शक्तियों का समर्थन था लेकिन तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए चीन ने इसको उस वक्त रोक दिया था. चीन भी संयुक्त राष्ट्र संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है और इस नाते उसके पास भी वीटो करने की शक्ति है.
अगस्त में इस प्रस्ताव पर एक बार फिर चीन ने तीन महीने तक रोक दिया था और अब उसकी अवधि इसी गुरुवार को खत्म हो रही है. माना जा रहा है कि अबकी बार चीन आधिकारिक रूप से इस प्रस्ताव को रोक देगा. नतीजतन अमेरिका समर्थित यह प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र में समाप्त हो जाएगा.