“भूमि पुनर्स्थापन, मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने की क्षमता” जैसे महत्वपूर्ण थीम के तहत मनाया गया विश्व पर्यावरण दिवस

“भूमि पुनर्स्थापन, मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने की क्षमता” जैसे महत्वपूर्ण थीम के तहत मनाया गया विश्व पर्यावरण दिवस

“भूमि पुनर्स्थापन, मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने की क्षमता” जैसे महत्वपूर्ण थीम के तहत मनाया गया विश्व पर्यावरण दिवस

जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में बृहत पैमाने पर पौधारोपण रोपण अभियान चला कर मनाया गया विश्व पर्यावरण दिवस: डीपीएम

वृक्षारोपण का आयोजन कर पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए अधिक से अधिक पौधा लगाने को लेकर दिया गया संदेश: उपाधीक्षक

स्वस्थ जनजीवन के लिए पर्यावरण का संरक्षण निहायत ही जरूरी: सिविल सर्जन

Chhapra: बढ़ते तापमान एवं अचानक परिवर्तन से विभिन्न प्रकार की एलर्जी, सर्दी, खांसी, बुखार, दम फूलना एवं सांस लेने में कठिनाइ जैसी बीमारियां उत्पन्न होने से श्वसन तंत्र, उत्सर्जन तंत्र एवं स्पर्श तंत्र प्रभावित होने की संभावना अत्यधिक होती है। जिससे सुरक्षित और बचाव को लेकर पौधारोपण करना बेहद जरूरी होता है। उक्त बातें सोनपुर अनुमंडल मुख्यालय स्थित अस्पताल परिसर में उपाधीक्षक डॉ पुनम कुमारी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृहत पैमाने पर वृक्षारोपण करने के दौरान कही। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों सहित उपस्थित समूह द्वारा वृक्षारोपण कर देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में पर्यावरण को संरक्षित करके के लिए संकल्प लेने के साथ ही उपस्थित मरीज एवं उनके परिजनों को भी अधिक से अधिक पौधा लगाने को लेकर संदेश दिया गया है। ताकि हमारे आस- पास हरियाली से वातावरण स्वच्छ रहे। ताकि सांस लेने में किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना नही पड़े।

इस अवसर पर अनुमंडलीय अस्पताल सोनपुर की उपाधीक्षक डॉ पूनम कुमारी, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रतिमा और प्रीति, अस्पताल प्रबंधक मृत्युंजय कुमार पाण्डेय, बीएचएम ओम प्रकाश, बीसीएम पूनम भारती, बीएमएनई विष्णु कुमार, फिजियोथेरेपिस्ट राज कपूर, डेटा ऑपरेटर अमन और संजय, परामर्शी नीतीश कुमार, जीएनएम सुनीता, अनुराधा और डॉली सहित एएनएम स्कूल की छात्राएं उपस्थित थी।

जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में बृहत पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान चला कर मनाया गया विश्व पर्यावरण दिवस: डीपीएम

जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविंद कुमार ने बताया कि देश ही नही बल्कि पूरे विश्व में काफी तेजी के साथ प्रदूषण फैल रहा है। क्योंकि बढ़ते प्रदूषण के कारण देश की प्रकृति संकट में पड़ गई हैं। हालांकि प्रकृति जीवन जीने के लिए किसी भी जीव को हर प्रकार की चीज उपलब्ध कराती है। ऐसे में अगर हमलोगो के आसपास की प्रकृति प्रभावित होती है तो फिर हमारा जीवन भी पूरी तरह से प्रभावित हो सकता है। ऐसे में प्रकृति को प्रदूषण से बचाने के उद्देश्य से विश्व पर्यावरण दिवस मनाए जाने की शुरुआत हुई थी। लेकिन प्रत्येक वर्ष अलग- अलग थीम को लेकर विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। जिसमें इस बार “भूमि पुनर्स्थापन, मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने की क्षमता” जैसे महत्वपूर्ण थीम के तहत जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में बृहत पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान चला कर विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया है।

स्वस्थ जनजीवन के लिए पर्यावरण का संरक्षण निहायत ही जरूरी: सिविल सर्जन

प्रभारी सिविल सर्जन डॉ चंदेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि जनजीवन की सुरक्षा के लिए पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने की जरूरत है। आधुनिकता की ओर बढ़ रहे विश्व में विकास की राह में कई ऐसी चीजों का उपयोग शुरू कर दिया गया है, जो धरती और पर्यावरण के लिए घातक साबित हो रहा है। क्योंकि इंसान और पर्यावरण के बीच सबसे गहरा संबंध है। प्रकृति के बिना बेहतर जीवन की परिकल्पना करना बेमानी होती है। लेकिन इसी प्रकृति को इंसानों के द्वारा नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जिस कारण लगातार पर्यावरण दूषित हो रहा है, जो जनजीवन को प्रभावित करने के साथ ही प्राकृतिक आपदाओं की भी वजह बन रहा है। सुखी और स्वस्थ जीवन के लिए प्रकृति की सुरक्षा और पर्यावरण का संरक्षण निहायत ही जरूरी है। इसी उदेश्यों की पूर्ति के लिए प्रतिवर्ष विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। ताकि पर्यावरण को लेकर लोगों को जागरूक किया जा सके। साथ ही पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित भी किया जाता है।

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