छपरा: आगामी 30 सितम्बर को स्थानीय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में ‘नैतिक मूल्यों की शिक्षा’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा.
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय और विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में इसका आयोजन किया जा रहा है. कार्यशाला की जानकारी देते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य राम दयाल शर्मा एवं सचिव सुरेश प्रसाद सिंह ने बताया कि भारत की शिक्षा भारतीय संस्कृति से कट गई है. जिसका परिणाम है कि आज बच्चों में अनुशासनहीनता, भ्रष्टाचार का बोलबाला है. किसी भी देश के लिए यह आवश्यक है कि उसकी शिक्षा की जड़ उसकी संस्कृति में हो. परन्तु यह दुर्भाग्य है की हमारी शिक्षा संस्कृति से अलग होती गयी. समाज में व्याप्त सभी तरह की अव्यवस्थाओं का कारण शिक्षा में नैतिक मूल्यों का ह्रास होना है. आज चारों तरफ इस विषय पर चिंतन हो रहा है उसके परिणाम स्वरूप भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने इसे गंभीरता से लिया है.
इस कार्यशाला से विद्यार्थियों में अपनी संस्कृति के अनुसार आपना आचरण करने और समाजहित, राष्ट्रहित में कार्य करने की बाते बताई जाएगी. इसमें विद्यालय के छात्रों के आलावे अन्य विद्यालय के छात्र भी भाग लेगे.