छपरा: भीषण गर्मी में शहर की सड़कों पर चलते यदि आपको प्यास लगे तो प्यासे ही रहना होगा. इसका सबसे बड़ा कारण है शहर में सार्वजनिक स्थानों पर पीने के पानी की व्यवस्था का ना होना.
शहर के मुख्य सड़कों के किनारे शायद ही कही सार्वजनिक नल की व्यवस्था दिखती है. मुख्य सड़क या यूँ कहे कि वीआईपी सड़क डाकबंगला रोड में भी थाना चौक से लेकर दारोगा राय चौक तक शिशु पार्क के समीप रोटरी क्लब के द्वारा बनवाये गए नल की व्यवस्था को छोड़ दे तो कही भी सार्वजनिक पीने के पानी का नल दिखाई नहीं पड़ता.
इसी सड़क पर थोड़ा और आगे बढ़ने पर अस्पताल में चापा नल लगाया तो गया है, पर वह भी इन दिनों खराब पड़ा हुआ है. जिससे राहगीरों के साथ साथ अस्पताल आने वाले मरीजों को भी परेशानी हो रही है.
बात अगर पूरे शहर की करें तो एक दो जगह ही पीने के पानी की व्यवस्था दिखती है. छपरा नगर परिषद्, और डूडा के द्वारा विकास के कई कार्य शहर में कराये जा रहे है पर इस गंभीर समस्या पर किसी का ध्यान नहीं गया.
सड़क किनारे पीने के पानी की व्यवस्था ना होने का फायदा पानी बेचने वाली खूब उठाते है. परन्तु जिनके पास पानी खरीद के पिने की क्षमता नहीं है उन्हें तो प्यासे ही रहना पड़ता है.
सूबे के बड़े जिलों में सुमार सारण जिले के मुख्यालय में पीने के पानी के नल का ऐसा हाल तब है जब सरकार हर घर में पीने के पानी का नल पहुंचाने के अभियान में जुटी है.