Chhapra: सावधान! अगर आप छपरा के सदर अस्पताल में ईलाज कराने जा रहे है तो वहाँ आपको सावधान रहने की जरूरत है. ऐसा ना हो कि आप वहाँ अपनी एक बीमारी का ईलाज कराने जाए और वापस में कई बीमारी साथ लेकर पटना के लिए रेफर कर दिए जाए.
सदर अस्पताल में जमा पानी और उसमें पनपते जीवाणु कुछ खास बीमारियों को दावत दे रहे है और इन बीमारियों के शिकार वही होंगे जो यहाँ ईलाज कराने आते है. बहरहाल अस्पताल प्रशासन को परिसर में लगे जलजमाव को हटवाने की फुरसत कहा है.
रोगी कल्याण समिति के सदस्य और पदाधिकारी से लेकर सिविल सर्जन तक कभी कभार गाहे बगाहे ही इस अस्पताल के परिसर और वार्ड का दौरा कर लेते है. लेकिन उन्हें ना तो परिसर में फैली गंदगी दिखती है और ना ही जलजमाव. खैर गरीब और बीमारी से ग्रसित मरीज और उसके परिजन इलाज के लिए तो सदर अस्पताल आएंगे ही मजबूरी है.
सदर अस्पताल में इन दिनों नाले का पानी बह रहा है. पानी बहने से जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. अस्पताल में ईलाज कराने पहुँच रहे मरीजों और उनके परिजनों को जलजमाव से परेशानी बढ़ गयी है. अस्पताल का ये हाल लगभग एक सप्ताह से है.
क्या है कारण
कर्मियों के अनुसार परिसर में बने नाले के जाम होने से ऐसा हुआ है. जिसके कारण पानी परिसर में बह रहा है. परिसर में जलजमाव से इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ा है.
अस्पताल को साफ़ रखने के दावों की पोल खुल गयी है. स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अस्पताल प्रशासन फिलहाल इस समस्या से निजाद दिलाने की पहल करता नहीं दिख रहा है. जिससे रोजाना यहाँ आने वाले सैकड़ों मरीजों को नई बीमारियों से ग्रसित होने का डर सता रहा है.
यह आलम तब है जब सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ही जिला के प्रभारी मंत्री है. देखने वाली बात होगी की अस्पताल प्रशासन कब इस समस्या की ओर ध्यान देता है और परिसर में लगे जलजमाव को हटाया जाता है.