Chhapra: शहर की हृदयस्थली नगर पालिका चौक से थाना चौक के बीच पिछले एक महीने से स्ट्रीट लाइट नही जल रही है. इन दो मुख्य चौराहों के बीच यूं कहें तो शहर का दिल बसता है.
नगर निगम, जिला परिषद, सारण समाहरणालय, एसपी ऑफिस, एसडीओ ऑफिस आदि प्रशासनिक कार्यालय भी इसी सड़क के किनारे है. इस सड़क की स्ट्रीट लाइट दो महीनों से अधिक समय से बंद पड़ी है. शहर के तमाम पदाधिकारियों का आना जाना भी इसी सड़क से होता है लेकिन किसी की नज़र बीते महीने से इस पर नही गयी.जिससे इन बंद पड़ी लाइट्स को पुनः जलाया जा सकें.
इन मुख्य सड़कों के अलावे भी नगरपालिका चौक से मौना चौक से होते हुए गांधी चौक की स्ट्रीट लाइट बंद पड़ी है. सड़को पर लाइट्स नही रहने के कारण लोगो मे आपराधिक घटनाओं का भय सता रहा है.
राहगीरों ने छपरा टुडे से बातचीत के दौरान बताया कि जिस सड़क से पूरा प्रशासनिक महकमा गुजरता है जहाँ सभी शीर्ष प्रशासनिक कार्यालय है उस सड़क के स्ट्रीट लाइट्स महीनों से बंद है. अन्य सड़को के स्ट्रीट लाइट्स की स्थिति इससे समझी जा सकती है.
एक समय था जब पूरा शहर रौशनी से जगमग करता था. धीरे धीरे शहर के हर रोड के स्ट्रीट लाइट की स्थिति तो दयनीय हो ही गयी है. साथ ही साथ ही शहर का विकास भी अंधकारमय हो रहा है.
वही दुकानदारों ने बताया कि पिछले एक महीने से नगर पालिका चौक से लेकर थाना चौक के बीच स्ट्रीट लाइट नही जल रही है. जिससे राहगीरों के साथ साथ स्थानीय दुकानदारों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
युवा और तेज तर्रार शहर से पूर्व परिचित जिलाधिकारी के यहाँ रहने के बावजूद भी शहर में बिजली, सड़क, सफाई की व्यवस्था लचर है. बतौर प्रशिक्षण में यहां सुब्रत सेन के रहने के दौरान यह लाइट्स लगी थी लेकिन आज पूर्ण रूप से डीएम रहने पर भी इन लाइट्स का बंद रहना समझ से पड़े है.
ख़ैर अब देखने वाली बात होगी कि निगम व प्रशासन की नज़र इस पर कब पड़ती है और इसे कब और किसके द्वारा ठीक कराया जाता है.