छपरा: ‘भारतीय राजनीति में व्यक्तिगत जनगणना की भूमिका’ विषयक तीन दिवसीय सेमिनार का आयोजन स्थानीय रामजयपाल महाविद्यालय में किया गया.
सेमिनार का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्वलन के साथ माँ सरस्वती के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया. इस अवसर पर बतौर मुख्य वक्ता के रूप में संबोधन करते हुए प्रो रामाश्रय सिन्हा ने वर्त्तमान की राजनीति और आजादी के बाद की राजनीति के अंतर को विस्तार पूर्वक बताया. उन्होंने कहा कि वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था जातीय समीकरण पर आधारित हो चुकी है. पंचायत से लेकर जिला, राज्य यहाँ तक की राष्ट्रीय स्तर पर भी जातिगत आधारित राजनीति अपना प्रभाव कायम कर रही है.
वही प्रो. लाल बाबू यादव ने विषय वस्तु से छात्रों को अवगत करते हुए व्यक्तिगत जनगणना के महत्व और कुप्रभाव पर विस्तार से चर्चा की गयी. इसके अलावे प्रो. एच के वर्मा, डॉ. पूनम कुमारी, प्रो. विपिन बिहारी ने भी अपने विचार रखे.
आगामी तीन दिनों तक चलने वाले इस सेमिनार के प्रथम दिन छात्रों की उपस्थिति भले ही कम दिखी लेकिन शिक्षको में उत्साह देखा गया. छपरा के अलावे सिवान और गोपालगंज के भी राजनीति विज्ञान से जुड़े शिक्षको ने भी सेमिनार में बढ़ चढ़ कर भाग लिया.
आगत अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सिदार्थ शंकर सिंह ने पुष्प गुच्छ देकर किया.