Chhapra: लोक कलाकार भिखारी ठाकुर की 131वी जयंती जिले में धूमधाम से मनाई गयी. शहर से लेकर उनके पैतृक गांव सदर प्रखंड स्थित कुतुबपुर दिया के कोटवा पट्टी रामपुर में भी भिखारी ठाकुर जयंती समारोह का आयोजन किया गया.
मंगलवार को पहले शहर के पूर्वी छोर पर स्थित प्रवेश द्वार पर स्थापित भिखारी ठाकुर की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किया गया.
इस मौके पर जिला प्रशासन के प्रमंडलीय आयुक्त नर्मदेश्वर लाल, पुलिस उपमहानिरीक्षक, जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय, जिला परिषद अध्यक्ष मीणा अरुण, छपरा नगर निगम की मेयर प्रिया देवी सहित जिले के सभी गणमान्य व्यक्तियों ने भिखारी ठाकुर कि प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किया.
भिखारी ठाकुर भोजपुरी के शेक्सपियर भी कहे जाते हैं, समाज में पुनर्जागरण को लेकर उनके योगदान, समाज में फैली कुरीतियां को मिटाने के लिए उनके द्वारा गीत-संगीत, नाटक के माध्यम से किए गए कार्यों के साथ भोजपुरी को आयाम देने के लिए जाना जाता है.
विश्व पटल पर भोजपुरी भाषा के विकास में भिखारी ठाकुर का अहम योगदान रहा है.
उनकी कृति बेटी बेचवा, बिदेसिया, गबरघिचोर नाटक के मंचन से आज भी समाज को एक नई दिशा मिलती है. समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए उन्होंने जीवन पर्यंत मेहनत की, जिससे इस समाज का उत्थान हो सके.
जिला प्रशासन द्वारा उनके पैतृक गांव में भी माल्यार्पण एवं संध्या समय में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ.
जिसमें भिखारी ठाकुर के साथ उनकी मंडली में शामिल कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. राज्य एवं देश स्तर पर भिखारी ठाकुर की कृतियों को जन-जन तक पहुंचाने वाले विभिन्न दलों द्वारा भी अपना सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया.