Chhapra: सारण में बहने वाली नदी गंगा, गंडक, सरयू, और सोनू के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है. जल स्तर की वृद्धि के कारण कटाव भी हो रहा है. जिससे तटीय इलाकों के लोगों में दहशत बना हुआ है. एक तरफ जहां बारिश ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाई है, वही बाढ़ का खतरा और तटों की कटाव से चिंता बढ़ गई है.
तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों का कहना है कि 2016 में आई बाढ़ की स्थिति जैसी लग रही है. अगर जिस तरह से पिछले कई दिनों से वर्षा हो रही है, अगर लगातार जारी रही तो 2016 से भी भयावह स्थिति हो जाएगी. परसा के बलिगाँव के लोगों ने कहा कि जब भी बाढ़ आती है उन्हें अपना गांव छोड़कर पलायन करना पड़ता है.
नेपाल के तराई इलाके में बरसात शुरू होते ही गंडक में ज्यादा स्तर बढ़ने लगा है. बाल्मीकि नगर बैराज से 40 क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है. पिछले 1 सप्ताह के दौरान बराज से छोड़े गए पानी से नदी के जलस्तर में 4 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है. जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों को अलर्ट करते हुए उनकी तैनाती कर दी गई है. नेपाल के तराई इलाकों में बारिश तेज होगी, वैसे वैसे नदी के उफान में तेजी आएगी हालांकि तटबंध की सुरक्षा के लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग भी मुस्तैद है.