Chhapra: बीते दिनों शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए टीम आयी. जिसने शहर में विभिन्न इलाकों में घूम कर स्वच्छता सर्वेक्षण किया. अब छपरा की रैंकिंग में कितना सुधार होता है ये तो अब रिपोर्ट आने के बाद ही मालूम होगा. हालाँकि पिछली बार के मुकाबले इस बार 500 शहरों के बजाए 4041 शहरों में यह सर्वेक्षण काराये जा रहे हैं.
टीम के आने से पहले शहर में छपरा नगर निगम ने होर्डिंग्स के जरिए लोगों में साफ़-सफाई के प्रति जागरूकता फैलाने की पहल की थी. वहीं दूसरी ओर हमारा शहर कितना स्वच्छ है, यह बात किसी से छुपी नहीं है. कई ऐसे स्थल हैं जहाँ कूड़े कचरे का अम्बार लगा हुआ है. तो कई इलाकों में नाले का पानी सड़क पर बहता नज़र आता है. ये समस्या आज की नहीं बल्कि बहुत पहले से है. नगर निगम में शहर में फैली गंदगी को साफ़ कारने का कई बार प्रयास किया है. लेकिन स्थिति ज्यों की त्यों है.
मेयर ने क्या कहा:
मेयर प्रिया सिंह का कहना है कि नगर निगम दवारा हर रोज़ वार्डों में और प्रमुख सड़कों की साफ़-सफाई कराई जाती है. जिसमें सड़कों मुख्य सडकों पर सुबह और शाम सफाई कराई जाती है. दिक्कत यह है कि लोग सुबह में सफाई के बाद भी सड़क पर कचरा फेंक देते हैं. जिस से दिनभर गंदगी फैली रहती है. उन्होंने लोगों से इसके लिए जागरूक होने की अपील भी की. साथ ही कहा कि कूड़े-कचरे को सड़क पर फेंकने के बजाए कूड़ेदान में डालें. शहर को साफ़ सुथरा बनाना है तो लोगों को जागरूक होना ही पड़ेगा.