Chhapra: कोरोना संकट के बीच पवित्र महीना रमज़ान हो शुक्रवार की शाम चाँद के दीदार के बाद शुरू हो गया है. इस हिसाब से रमजान उल मुबारक महीने का पहला रोजा शनिवार को रखा जाएगा. बड़ा तेलपा जमा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना रज्बुल कादरी ने बताया कि रमजान में लॉकडाउन का पालन करें. गुनाहों से तौबा करें और इस महामारी से बचने के लिए अल्लाह से खास दुआ करें. घर मे रहकर ही नमाज़ अदा करें.
इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से नौवां महीना सबसे पाक होता है, जो कि रमजान का महीना है. इस्लाम धर्म में अच्छे इंसान को बखूबी परिभाषित किया गया है. इसके लिए मुसलमान होना ही काफी नहीं, बल्कि बुनियादी पांच कर्तव्यों को अमल में लाना आवश्यक है. पहला इमान, दूसरा नमाज, तीसरा रोजा, चौथा हज और पांचवां जकात.
इस्लाम में बताए गए इन पांच कर्तव्य इस्लाम को मानने वाले इंसान से प्रेम, सहानुभूति, सहायता तथा हमदर्दी की प्रेरणा स्वतः पैदा कर देते हैं. जिसका मतलब है रुकना. जकात इसी महीने में अदा की जाती है. आखिरी जुमा जिसे अलविदा जुमा कहा जाता है.