Chhapra: रमजान उल मुबारक का चांद रविवार को नहीं दिखा. जिसकी वजह से रमजान का पहला रोजा मंगलवार 7 मई से रखा जाएगा. यह घोषणा दारुल कजा इमारत-ए-शरिया फुलवारीशरीफ के काजी-ए-शरियत मौलाना अब्दुल जलील कासमी ने दी है. मरकजी मजलिस रूयत हेलाल खानकाह मुजीबिया फुलवारीशरीफ और बिहार रियासत रूयत हेलाल कमेटी ने भी सूचना दी है कि देश के किसी कोने से चांद देखे जाने की कोई सूचना नहीं मिली है.
रमज़ान माह का एक एक मिनट बहुत क़ीमती होता है. रमज़ान रहमत बरकत और मगफिरत का महीना है. इस पूरे महीने में मुसलमान भूखा प्यासा और बुरे कामों से तौबा कर हर अच्छे से अच्छे कार्य करने के साथ रोजे रखते हैं.