Chhapra: साहित्य संस्कृति, शिक्षा को समर्पित सुविख्यात संस्था “प्रायाणिक ” एवं सारण जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के तत्वावधान में गत वर्षों की भांति हिंदी दिवस का आयोजन समारोह के साथ विद्वत सम्मान एवं डॉ चित्रलेखा पुरस्कार के साथ प्रो, डॉ मृदुल शरण की अध्यक्षता में रामकृष्ण मिशन आश्रम के स्वामी विवेकानंद सभागार में धूम धाम से मनाया गया।
अयोजन के मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति हेमंत कुमार श्रीवास्तव, पटना हाईकोर्ट (से नि) के साथ डॉ बीएनपी सिंह, विंग कमांडर (से, नि) एवं अतिदेवानंद महाराज, अध्यक्ष आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर सभी ने डॉ चित्र लेखा सिह के फोटो पर पुष्पांजलि अर्पित की जिसमे उनके पति कमल किशोर सिह उपस्थित रहे। इसके साथ देवघर से पधारी डॉ पल्लवी गुंजन एवं संगीत कोकिला प्रियंका कुमारी ने स्वागत गान से सभी आगत अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अपने स्वागत भाषण में महासचिव ब्रजेन्द्र कुमार सिन्हा ने न्यायमूर्ति हेमंत कुमार श्रीवास्तव के साथ सभी आगत अतिथियों एवं सम्मानित होने वाले साहित्य संस्कृति शिक्षा समाज के प्रति उनके अवदान से परिचय कराया, न्यायमूर्ति न्याय केसाथ साहित्य के प्रति समर्पित रहे है जो उनको पैतृक सम्पदा स्वरूप प्राप्त है। वही डॉ बी एन पी सिह विंग कमांडर से सेवानिवृत्त होकर जनता जनार्दन की सेवा में अहर्निश लगे हुए है।छपरा के खनुया नाला की वैधानिक लड़ाई वे निचली अदालत से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक अपने तन मन धन से लड़ रहे है।
प्रायाणिक के बबन सिह जैसे कर्मशील की प्रशंसा के साथ सूर्य प्रकाश अजय कुमार के कार्यो की चर्चा की , इसके साथ राजीव रंजन के सहयोग को उजागर करते हुए संचार पत्रों के अनवरत सहयोग सहयोग पर प्रश डाला।
मुख्य अतिथि ने प्रायाणिक प्रकाशित पत्रिका फिर भी का लोकार्पण के साथ डॉ ललन पांडेय की पुस्तक “वैदिक विभूतियों का सान्निध्य ” पुस्तक का लोकार्पण किया। इसके साथ लेखन के प्रति विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने का सुझाव दिया। इसके साथ डॉ बी एन पी सिंह को”संस्कृति संसेवित शलाका पुरुष सम्मान”, प्रो,डॉ सुशील कुमार श्रीवास्तव को” शिक्षा संस्कृति सम्मान”, प्रो, डॉ कुमार देवेंद्र सिह “शिक्षा साहित्य संस्कृति सम्मान”, डॉ हरेंद्र सिह, “शिक्षा संस्कृति विभूति सम्मान “, मंजूर अहमद “साहित्य संस्कृति संगम सम्मान “, रिपुंजय निशांत ” कवि कुल कैरव सम्मान “, शिवजी सुमन “सरस्वती साधना सम्मान “, वीरेंद्र कुमार मिश्र अभय”, “लोक साहित्य सर्जक सम्मान”, दिवाकर उपाध्याय ,”लोक रंजक साहित्य सम्मान “,अरविंद कुमार श्रीवास्तव “लोक साहित्य जागृति सम्मान “, डॉ पल्लवी गुंजन,देवघर,”साहित्य सारिका सम्मान”, शुभं नारायण सिह शुभ,”शिक्षा साहित्य समृद्धि सम्मान” रविकांत रवि “साहित्य जागरण सम्मान,” राजेन्द्र गुप्त “साहित्य संचेतना सम्मान”, शैलेन्द्र कुमार सिन्हा को” शिक्षा साहित्य सम्मान” तथा सुनेश्वर कुमार निर्भय को ” हास्य विनोद साहित्य सम्मान ” के साथ सभी को रौलेक्स माला एवं शॉल से अलंकृत कर विभूषित किया गया,