छपरा: शहर में मौना मिश्र टोली में होने वाले जलजमाव पर जब सालों से जनप्रतिनिधियों की नज़र नहीं पड़ी तो स्थानीय लोगों ने लाखों का चंदा इकट्ठा कर 800 फिट तक जर्जर नाले की मरम्मती करा ली. लोगों ने 3.5 लाख का चंदा इकठ्ठा कर नाले की मरम्मती करायी है.
स्थानीय लोगो ने बताया कि वार्ड नंबर 35 के मौना मिश्र टोली में काफी सालों से नाला जर्जर स्थिति में था. जिससे पानी की निकासी नहीं होती थी. नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 35 में रहने वाले स्थानीय लोग काफी दिनों से इस इलाके में नाले का पानी सड़क पर बहने से परेशान थे. आलम यह था कि लोगों को इस गली में चलना मुश्किल हो गया था.
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मुहल्ले में बना नाला काफी सालों से जर्जर स्थिति में था. कई बार लोगों ने इसकी शिकायत वार्ड पार्षद से भी की. लेकिन इसके बावजूद जलजमाव की समस्या खत्म नहीं हुई. यही नहीं इस वार्ड के अन्य नाले भी काफी जर्जर हैं. साथ ही नालों के जर्जर होने साथ ही नियमित सफाई नहीं होने से वार्ड 35 के कई इलाकों के सड़कों पर पानी लगा हुआ है. लोग कह रहे कि किसके जनप्रतिनिधि ने उनकी समस्याओं का निष्पादन नहीं किया.
800 फिट नाले की हुई मरम्मती
लोगों ने मज़दूर लगाकर ना सिर्फ नाले की सफाई ही करायी. बल्कि लगभग 800 फिट तक इस नाले की सीमेंट और बालू लगाकर मरम्मती भी करायी. पिछले 15 दिनों से इस मुहल्ले में मजदूरों द्वारा नाले की मरम्मती का कार्य किया जा रहा है. लोगों के इस पहल के बाद इस इलाके में जलजमाव की समस्या दूर हो गयी है. साथ ही साथ पहले से यह काफी साफ सुथरा भी नज़र आ रहा है.
40 से अधिक परिवारों ने दिया चंदा
शहर के मौना मिश्र टोली के 40 से अधिक परिवारों ने चंदा देकर नाले के मरम्मती का कार्य कराया है. जिसमें लोगों ने अधिकतम 10 हज़ार रुपये चंदे स्वरूप दिया. इसमें स्थानीय निवासी सन्दीप श्रीवास्तव, रामलखन सिंह, दीनानाथ साह, धनेश्वर साह समेत 40 से अधिक लोगों ने जलजमाव की समस्या से इस इलाके को निजात दिलाने के लिए चंदा दिया है.
लोगों की इस पहल के बाद वार्ड 35 के पार्षद प्राण कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि इस इलाके में नाले के पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है. उन्होंने खुद का बचाव करते हुए कहा कि निगम द्वारा बार बार इसके मरम्मती की बात कही जा रही थी. लेकिन आज तक इसकी मरम्मती नहीं करायी गयी.